शिरोमणि अकाली दल ने आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और होशियारपुर की उम्मीदवार यामिनी गोमर के पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने को सही फैसला बताया है। दल ने कहा है कि आम आदमी पार्टी को लुटेरों की टोली, दलित, सिक्ख और पंजाब विरोधी करार दे कर गोमर ने आम आदमी पार्टी का चेहरा बेनकाब किया है। पंजाब के उपमुख्यमंत्री के सलाहकार और शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने गोमर का बयान आम आदमी की आवाज है। उन्होंने कहा कि यामिनी ने जता दिया कि आम आदमी पार्टी अपनी नीतियों, सिद्धातों और आदर्शों से पूरी तरह भटक चुकी है। सिरसा ने कहा कि यामिनी ने साफ कर दिया है कि आम आदमी पार्टी के कार्यकताओं के साथ गुलामों जैसा बर्ताव किया जाता है। आप के पर्यवेक्षक भ्रष्टाचार कर रहे हैं। टिकट के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। पार्टी नेताओं की घटिया हरकतों ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
सिरसा ने कहा कि यामिनी ने साफ कहा है कि भ्रष्टाचार, अपराध और चरित्रहीनता पार्टी की पहचान बन गई है। सिरसा ने कहा कि यामिनी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि केजरीवाल का पंजाब में किसी दलित को उपमुख्यमंत्री बनाने का ऐलान महज एक चुनावी स्टंट है। केजरीवाल इतने ही दलित समर्थक थे तो उन्होंने हरविंदर सिंह खालसा को दलित नेता के रूप में अपने संसदीय दल का नेता क्यों नहीं बनाया। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में न किसी दलित को रखा है और न ही किसी सिक्ख को।सिरसा ने कहा कि गुरदासपुर से आप के युवा विंग के उपाध्यक्ष बलजीत सिंह और पंजाब के पूर्व संयोजक एलआर नैय्यर के साथ पार्टी से इस्तीफा देकर यामिनी ने जता दिया है कि पार्टी में लोकतंत्र नहीं है। पार्टी में किसी को बोलने का अधिकार नहीं है। पंजाब में पार्टी के पैर जमाने वालों को बारी बारी बाहर निकाला जा रहा है।