एसवाईएल पर आम आदमी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की खामोशी ने उनकी राजनीतिक रणनीति का खुलासा कर दिया है। केजरीवाल ने लुधियाना में सोमवार को एसवाईएल पर आम आदमी पार्टी के स्टैंड के सवाल को टाल दिया। इतने गंभीर और अहम मुद्दे को टाल कर केजरीवाल ने अपनी नीयत साफ दिखा दी है। यह रोष शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल के सलाहकार मनजिंदर सिंह सिरसा का है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल एसवाईएल पर हरियाणा का हक पहले ही जता चुके हैं। लुधियाना में सोमवार को एसवाइएल के सवाल को केजरीवाल ने सिमरनजीत सिंह बैंस पर छोड़ दिया। पत्रकारों के बहुत कुरेदने के बावजूद वह खामोश रहे। सिरसा ने कहा कि केजरीवाल के इस अनकहे रवैये ने बहुत कुछ स्पष्ट कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अपने लच्छेदार भाषणों से भोले भाले लोगों को प्रभावित करने वाले केजरीवाल पंजाबियों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। पानी पंजाब के लोगों की पहली और आखिरी जरूरत है और पानी के लिए यहां के लोग किसी भी कुरबानी के लिए तैयार हैं। पंजाब ने पानी के कारण ही 30 साल तक आतंकवाद का दंश झेला है। हजारों नौजवानों का बलिदान दिया है। अगर केजरीवाल यह समझते हों कि वह पानी के मुद्दे को छोड़ कर लोगों को राजी कर लेंगे तो यह उनकी भूल है। सिरसा ने कहा कि केजरीवाल के दिल में दिल्ली है और हरियाणा उनकी जन्मभूमि। मगर पंजाब की कमान का सपना देखने के लिए उन्हें पंजाब का समर्थन करना ही होगा। पंजाब के न्यायोचित अधिकारों के लिए भी वह हरियाणा के साथ खड़े नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि असल में केजरीवाल का पंजाब से कोई सरोकार नहीं है। इसीलिए पत्रकारों के सवालों का जवाब देने की बजाए उन्होंने इस मुद्दे को बैंस पर ही छोड़ दिया।