प्रख्यात फिल्मकार शेखर कपूर का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई एशियाई फिल्में वितरित नहीं हो पाती हैं। शेखर पहले मकाउ अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव एवं पुरस्कार (आईएफएफएएम) में निर्णायक मंडल के अध्यक्ष के रूप में शामिल हो रहे हैं।कपूर ने मकाउ सांस्कृतिक केंद्र में इस महोत्सव की शुरुआत के मौके पर मीडिया से कहा, "एशिया में कहानी कहने का अपना दृष्किोण व अंदाज है। कई एशियाई फिल्में वितरित नहीं हो पाती हैं। सिनेमाघरों मंे वितरण मुश्किल है लेकिन फिल्म वितरण के बदलते मॉडल और ओटीटी (ओवर द टॉप) मंच के उपलब्ध होने से हम अंतर्राष्ट्रीय दृष्किोण को अपनाने के लिए खुल गए हैं।"
कपूर के साथ कोरियाई अभिनेता जंग वू-सुंग, जापानी अभिनेत्री व लेखिका माकिको वातानबे, जिओवाना फुल्वी और हांगकांग के निर्देशक स्टेनली क्वान भी मौजूद थे। यह महोत्सव मकाउ फिल्म्स एंड टेलीविजन प्रोडक्शंस, सांस्कृतिक एसोसिएशन और मकाउ के सरकारी पर्यटन कार्यालय द्वारा आयोजित किया गया है। यह स्थानीय सरकार द्वारा पूर्व पुर्तगाली उपनिवेश को सांस्कृतिक केंद्र के तौर पर बढ़ावा देने की पहल है।निर्णायक मंडल के सदस्य 12 फिल्मों को देखेंगे और बढ़िया फिल्म को पुरस्कृत करेंगे। 10 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। पुरस्कार 13 दिसम्बर को दिए जाएंगे। गुरुवार को शुरु हुए इस महोत्सव का समापन 13 दिसम्बर को होगा।