सतलुज-यमुना लिंक नहर को किसी भी रूप में न बनने देने दृडता व्यक्त करते हुए पंजाब के मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल ने प्रण लिया कि दरियाई पानियों की राखी करने के लिए वह हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार हैं।आज यहां भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल (रामतीर्थ) में मंदिर-कम-पनोरमा कंपलैक्स मानवता को समर्पित करने के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान विशाल जनसमुह को संबोधित करते स. बादल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब के पास किसी दूसरे को देने के लिए पानी की एक बूंद तक ज्यादा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की जीवन की मूल जरुरत है और पानियों के बटवारे संबंधी इस तरह की कोई भी कार्रवाई पंजाब को बर्बाद कर देगी। स. बादल ने कहा कि मात्र मेरी ही नहीं ब्लकि प्रत्येक पंजाबी की यह जिमेवारी बनती है कि वह इस का विरोध करे और हम सभी को पंजाब के पानियों की रक्षा के लिए इस पवित्र स्थान पर शपथ लेनी चाहिए।मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस नहर के लिए अधिगृहित की गई जमीन डी-नोटीफाई करके जमीन के असली मालिकों व वारिसों को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक पंजाबी का यह दायत्व बनता है कि दरियाई पानियों की रक्षा के लिए पहरा दिया जाए।
मुख्य मंत्री ने कहा कि भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल में निर्माण करवाए गए मंदिर-कम-पनोरमा कंपलैक्स भगवान वाल्मीकि जी को राज्य सरकार द्वारा दी गई एक छोटी सी श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि अमृतसर के नजदीक एक पवित्र स्थान पर भगवान वाल्मीकि जी ने हम सभी को एकता व सर्व सांझीवालता का संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 200 करोड़ खर्च करके निर्माण करवाई गई यादगार भगवान वाल्मीकि जी के जीवन, शिक्षाएं व उनकी सोच को दुनिया भर में जीवित रखने व इस के साथ साथ एक महान गुरू की अमीर विरासत को जीवत रखने के लिए सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस यादागार का डिजाईन गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के आर्टीटैक्टरों द्वारा तैयार किया गया है जिन्होंने इस कार्य को पूरा करने समय इस स्थल की धार्मिक महत्ता का पूरा ध्यान रखा है।समाज को जोडऩे में भगवान वाल्मीकि जी के महान योगदान को याद करते मुख्य मंत्री ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी सांस्कृत भाषा के पितामह व आदि कवि थे। जिन्होंने अपनी महान रचना रामायण के साथ बदी पर नेकी की जीत का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि महान ग्रंथ ने सदियों से हम को जीने का तरीका बताया है और अच्छे व नैतिकता हम को जीवन जीने का रास्ता बताया है जो आज के पदार्थवादी युग में भी तर्कसंगत है। उन्होंने लोगों को अपील करते हुए कहा कि वह भगवान वाल्मीकि जी के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए एक निडर व भेदभाव रहित समाज की रचना करें।
आने वाली पीढिय़ों को अपने गौरवमय सास्कृति के प्रति जागरूक करवाने के लिए अमीर विरासत की देख-रेख के लिए राज्य सरकार की वचनबद्धता को व्यक्त करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि जो कौम अपनी विरासत को भूल जाती हैं वह कौम समय के साथ समाप्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि यह कहा जाता है कि पंजाबी इतिहास बनना तो जानते हैं लेकिन इतिहास को संभालना नहीं जानते। स. बादल ने कहा कि पंजाब के गौरवमय विरासत को संभालने का श्रेय शिरोमणी अकाली दल-भाजपा गठबंधन को जाता है।मुख्य मंत्री ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल-भाजपा सरकार ने पंजाब की सांस्कृति विरासत को संभालने का कार्य जो शुरू किया था जिसमें विरासत-ए-खालसा, छोटा घल्लुघारा, बड़ा घल्लुघारा , बाबा बंदा सिंह बहादर जंगी यादगार, जंगी नायक यादगार, जंग-ए-आजादी यादगार जैसी उच्च स्तर की यादगारों को स्थापित किया है। इसके अतिरिक्त श्री आनंदपुर साहिब में बाबा जीवन सिंह (भाई जैता जी), खुरालगढ़ में गुरु रविदास जी यादगार व फतेहगढ़ साहिब में बाबा मोती राम महिरा यादगार शीघ्र ही मानवता को समर्पित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण राज्य की महान सांस्कृति विरासत की संभाल की गई है जो भविष्य को अपनी जड़ों के साथ जोडऩे के संबंध में बड़ी भूमिका निभाएंगी।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए उप मुख्य मंत्री स. सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आज का दिन बहुत विशेष है और इस प्रोजैक्ट के साथ पंजाब सरकार की उपलब्धियों में एक और उपलब्धी शामिल हो गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट पर 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं यहां पर अलग अलग सामाजिक वर्गों की रुहानी जरुरतें पूरी होंगीउन्होंने मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल की दुरअंदेशी की सराहना करते हुए कहा कि बादल साहिब सही मायनों में एक धर्म निपेक्ष सखशीयत हैं जिन्होंने सभी धर्मो के साथ संबंधित यादगारों व अन्य समार्क पूरे राज्य में बनवाए हैं, जिनमें खुरालगढ़ में गुरु रविदास जी मैमोरियल, विरासत-ए-खालसा, बड़ा-छोटा घल्लुघारा व चिप्पड़चिडी में बाबा बंदा सिंह बहादर की यादगार के अतिरिक्त श्री दरबार साहिब की चारो तरफ बनाया गया प्लाजा शामिल है।उन्होंने आगे बताया कि इन सभी प्राप्तियों के अतिरिक्त मुख्य मंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा स्कीम तहत पंजाबियों ने विभिन्न स्थानों पर स्थित धार्मिक स्थलों के नि:शुल्क दर्शन किए हैं। इस मौके उप मुख्य मंत्री ने अकाली-भाजपा सरकार की विकास उपलब्धियों और कल्याण स्कीमों का जि़क्र करते कहा कि राज्य के सर्वपक्षीय विकास में गत् 9 वर्षों में कई नए अध्ययन लिखे गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य को अतिरिक्त बिजली वाला बनाने के इलावा बेहतर सड़कीय नैटवर्क, सभी प्रमुख शहरों व कस्बों को 4-6 मागोँ के साथ जोड़ा गया है, एससी बीसी परिवारों को मुफत 200 यूनिट बिजली, शगुन स्कीम, किसानों व छोटे व्यापारियें के लिए नि:शुल्क सेहत बीमा योजना, स्किल सैंटर, नि:शुल्क दवाई की दुकानों, किसानों को नि:शुल्क बिजली के अतिरिक्त ऐसी बहुत सी कल्याण स्कीमें हैं जिसके साथ पंजाबियों का जीवन स्तर ऊंचा हुआ है।स.बादल ने कहा कि राज्य में जिन परिवारें को अभी तक गैस कुनेक्शन नहीं मिले वह अपने फार्म भरकर संबंधित जिले के उपायुक्त या एसडीएम के पास जमां करवा सकते हैं और ऐसे 7 लाख लोगों को आगामी 10 दिनों में गैस कुनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एस सी स्कालरशिप तहत 400 करोड़ रूपए दिए जा चुके हैं। इस अवसर पर एक अह्म घोषणा करते उप मुख्य मंत्री ने कहा कि आगामी 5 वर्षों में 10 लाख युवकों को नौकरियां दी जाएंगी।
समानता व बराबर समाज की वकालत करते उप मुख्य मंत्री ने कहा कि हम सभी को गुरू साहिबानों और भगवान वाल्मीकि जी द्वारा दी शिक्षाओं और बताए मार्ग पर चलना चाहिए।अपने भाषण में भारतीय जनरता पार्टी के राज्य प्रधान और केन्द्रीय मंत्री श्री विजय सांपला ने कहा कि कमज़ोर व दबे-कुचले वर्ग भगवान वाल्मीकि जी तथा श्री गुरू रविदास जी महाराज की विरासत को संभालने के लिए उठाए गए कदमों के लिए मुख्य मंत्री के ऋणी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री ने ऐसा करके लाखों लोगों विशेषकर दलित भाईचारे का दिल जीता है। श्री सांपला ने मुख्य मंत्री को भरोसा दिलाया कि दलित भाईचारा आगामी विधान सभा चुनावों दौरान शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठजोड़ को पूरा समर्थन देकर पुन: सत्ता में लाएगा।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गुलजार सिंह रणिके ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर अन्य उपस्थित प्रमुख लोगों में कैबिनेट मंत्री श्री बिक्रम सिंह मजीठिया, श्री सोहन सिंह ठंडल, श्री सुरजीत सिंह रखड़ा, जत्थेदार अजीत सिंह कोहाड़, डॉ दलजीत सिंह चीमा और श्री अनिल जोशी, पंजाब विधानसभा के स्पीकर डा. चरणजीत सिंह अटवाल, विधायक बीबी जगीर कौर, श्री केडी भंडारी, श्री देस राज धुग्गा, प्रो. विरसा सिंह वलटोहा और श्री जोगिंदर सिंह जिंदू, पूर्व विधानसभा स्पीकर श्री निर्मल सिंह काहलों, चेयरमैन पंजाब अनुसूचित जाति आयोग श्री राजेश बाघा, दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन श्री विजय दानव, सफाई कर्मचारी भलाई बोर्ड अध्यक्ष श्री राजकुमार अतिकाय, पंजाब गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्री कीमती लाल भगत, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रधान श्री दुष्यंत गौतम, अकाली नेता श्री परमजीत सिंह पमा, श्री लक्ष्मण द्रविड़, श्री ओम प्रकाश गब्बर, श्री सुभाष सोंधी, एसजीपीसी के महासचिव श्री अमरजीत सिंह चावला, संत समाज बाबा हरनाम सिंह खालसा और आदि धर्म समाज के मुखी श्री दर्शन रतन रावण भी शामिल थे।मुख्यमंत्री के साथ उनके प्रमुख सचिव श्री एस के संधू और विशेष प्रमुख सचिव के जे एस चीमा भी उपस्थित थे।