जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तानी गोलीबारी में तीन जवान शहीद हो गए, जबकि एक जवान के शव का सिर काट दिया गया। शहीद भारतीय जवान के शव को क्षत-विक्षत करने की एक महीने के अंदर यह दूसरी घटना है। सेना ने कहा है कि इस कायराना हरकत का बदला लिया जाएगा। यह घटना नियंत्रण रेखा के माछिल सेक्टर की है, जो कुपवाड़ा जिले में भारत व पाकिस्तान को विभाजित करता है। सेना के अधिकारियों ने कहा कि सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को पूरी घटना से अवगत कराया है।अधिकारियों ने कहा, "भारतीय जवान के शव को क्षत-विक्षत करने की कायराना हरकत बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) का किया धरा है, जिसे पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों व अपने सैनिकों के सहयोग से अंजाम दिया है।"उत्तरी कमान ने ट्वीट किया, "माछिल में नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी में तीन जवान शहीद हो गए। एक जवान के शव को क्षत-विक्षत कर दिया गया। इस कायराना हरकत के लिए (पाकिस्तान को) बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।"बीते 28 अक्टूबर को आतंकवादी भारतीय सेना के एक शहीद जवान के शव को क्षत-विक्षत करने के बाद पाकिस्तानी सैनिकों की कवर फायरिंग की आड़ में पाकिस्तान की तरफ भाग निकले थे।हमले की प्रतिक्रिया में भारतीय सेना ने जम्मू एवं कश्मीर के केरन सेक्टर में भारी हमला कर पाकिस्तान की चार चौकियों को तबाह कर दिया था।पिछले सप्ताह लोकसभा में रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 14 नवंबर तक सेना के आठ जवान शहीद हो चुके हैं जबकि 59 घायल हुए हैं।
राज्यसभा में मंगलवार को एक लिखित जवाब में भामरे ने यह भी कहा कि आठ जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घुसपैठ के प्रयास की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारतीय सेना के शहीद जवान का शव क्षत-विक्षत किया है।सन् 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान, 4 जाट रेजिमेंट के कैप्टन सौरभ कालिया तथा सिपाही अर्जुनराम बासवाना, मूला राम बिदियासर, नरेश सिंह सिनसिनवार, भंवर लाल बागड़िया तथा भीखा राम मुध को पाकिस्तानी सैनिकों ने जिंदा पकड़ लिया था और उनके साथ यातनाओं की इंतेहा कर दी थी।इन सैनिकों के कानों के पर्दे में गरम लोहे की छड़ से छेद कर दिया गया था, आंखें फोड़ दी गई थी और यौन अंगों को काट दिया गया था। शवों के अंत्यपरीक्षण में यह खुलासा हुआ था कि उनके शरीर को जलते सिगरेट से दागा भी गया था। उनके पैर काट दिए गए थे, दांत तोड़ दिए गए थे और सिर की हड्डियों को तोड़ दिया गया था। यहां तक कि उनके नाक व होंठ तक काट दिए गए थे। पाकिस्तानी सेना ने आठ जनवरी, 2013 को सीमा के कृष्णा घाटी सेक्टर में भारतीय क्षेत्र में दाखिल होकर दो भारतीय सैनिकों लांसनायाक हेमराज तथा लांसनायक सुधाकर सिंह को मार डाला था। भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि दोनों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया गया था और शहीद हेमराज का सिर काट दिया गया था।