शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज ईस्ट किदवई नगर सामान्य पूल आवासीय निवास (जीपीआए) पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत आधुनिक बुनियादी ढांचे की तीन सुविधाओं का उद्घाटन किया।इस अवसर पर संबोधित करते हुये श्री नायडू ने कहा, "संपत्तियों का पुनर्विकास, शहरों में दुर्लभ भूमि संसाधनों का अधिकतम उपयोग और आवश्यक संसाधन तैयार करने का एक तरीका है। कोई अपशिष्ट और रिसाव न हो यही स्मार्ट सिटी के विकास के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत होगा। दिल्ली में बड़े पैमाने पर सरकारी कालोनियों के पुनर्विकास लोगों के जीवन स्तर में सुधार और शहरी परिदृश्य के पुर्ननिर्धारण के प्रति केंद्र सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाता है।"ईस्ट किदवई नगर जीपीआरए पुनर्विकास परियोजना पर कार्य दिसंबर, 2014 में शुरू किया गया था और इसे नवंबर, 2019 में पूरा कर लिया जायेगा। हालांकि, श्री नायडू ने आज इस परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी-राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) को दिसम्बर, 2018 तक इसे पूरा करने का निर्देश दिया है।गृह राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा, "एनडीएमसी क्षेत्र शासन का महत्वपूर्ण केंद्र है और यहां किये गये कार्य अन्य के लिए मार्ग प्रशस्त करते हैं। मैं श्री एम वेंकैया नायडू के नेतृत्व में शहरी विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रही टीम को बधाई देता हूं।
मंत्रियों ने निर्धारित समय में गुणवत्ता परक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) को भी बधाई दी।इस अवसर पर शहरी विकास राज्य मंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह और शहरी विकास मंत्रालय में सचिव श्री राजीव गाबा भी उपस्थित थे।इन नई सामाजिक सुविधाओं के बुनियादी ढ़ांचे का निर्माण कुल 114 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) द्वारा किया गया है, जिसमें से 73 करोड़ रुपये का स्थानीय शॉपिंग कॉम्पलेक्स, 34 करोड़ रुपये का सीनियर सेकेंडरी स्कूल और 7 करोड़ रुपये की लागत से बैंक्वेट हॉल का निर्माण किया गया है।13,950 वर्ग मीटर के निर्माण क्षेत्र के साथ दो मंजिला शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की प्रत्येक दुकान में दुकानदार और ग्राहकों के लिये वाई-फाई, कैशलेस बिक्री काउंटर जैसी आधुनिक सुविधाओं वाली 172 दुकानें हैं।8,143 वर्ग मीटर क्षेत्र में बना एनपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल 4 मंजीला इमारत है। स्मार्ट स्कूल के रूप में तैयार किये गये इस स्कूल में कंप्यूटर से लैस स्मार्ट क्लास रूम और प्रयोगशालाएं है। इस स्कूल में छठी से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिये 13 स्मार्ट क्लास रूम, सभागार, सम्मेलन कक्ष, स्मार्ट सुविधाओं के साथ प्रयोगशालाएं, प्रत्येक कक्षा में सीसीटीवी कैमरे, हर मंजिल पर स्टाफ रूम है और इसे पर्यावरण अनुकूल बनाया गया है।सामाजिक-सांस्कृतिक आयोजनों के लिये 1,166 वर्ग मीटर क्षेत्र में पूरी तरह से वातानुकूलित दो मंजीला बैंक्वेट हॉल का निर्माण किया गया है।इन सभी इमारतों में स्वच्छ ऊर्जा पर उपयोग किया गया है। तीनों भवनों की छत पर ग्रिड से जुड़ी सौर प्रणाली है, जिससे 250 किलोवाट बिजली उत्पन्न होती है। इसमें से 200 किलोवाट बिजली का इस्तेमाल तीनों इमारतों में होता है और शेष 50 किलोवाट बिजली ग्रिड को हस्तांतरित कर दी जाती है।पार्किंग और रखरखाव पूरी तरह से यंत्रीकृत, किफायती और पर्यावरण अनुकूल है और इससे समय की बचत भी होती है।
ईस्ट किदवई नगर जीपीआरए पुनर्विकास परियोजना:
भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के एनबीसीसी द्वारा कार्यान्वित की जा रही 5,298 करोड़ रुपये लागत की यह परियोजना दिसंबर, 2014 में शुरू की गई थी और सम्पूर्ण परियोजना का कार्य नवंबर, 2019 में पूरा होना है। सरकारी विभागों, मंत्रालयों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को 30 साल की लीज होल्ड के आधार पर परियोजना के निर्मित क्षेत्र की बिक्री से प्राप्त होने वाले राजस्व से इस पूरी परियोजना की लागत निकाली जाएगी।