मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अंतर्राष्ट्रीय हिंद-पाक सीमा पर पैदा हुए बनाव की स्थिति में विरोधी पार्टियों द्वारा राष्ट्रीय हितों व राष्ट्रीय सुरक्षा विरूद्ध की जा रही बयानबाज़ी की सख्त शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसे नाज़क मौके पर राष्ट्रीय हितों को देखते सियासी पार्टियों को ऐसी घटिया ब्यानबाज़ी नही करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने आज फिरोजपुर जिले के गांव टेंडी वाला, हज़ारा सिंह वाला व गज़नी वाला में सरहदी लोगों को मिले। उन्होंने सीमावर्ती लोगों की मुश्किलें सुनीं व उनके हल के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।पत्रकारों के साथ बातचीत करते मुख्यमंत्री स.प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां ऐसे नाज़क मसलों पर अपनी सियासी रोटियां सेंकने की आड़ में रहती है। यह कारण है कि कई राजनीतिक नेता राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे नाजुक मसलों पर भी गलत एवं विवादित बयानबाजी कर रहे हैँ, जबकि देश की सीमाओं पर जंग जैसी स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसे अवसरों पर राजनीतिक पार्टियों को राष्ट्रीय हितों एवं पंजाब के हितों का ध्यान रखना चाहिए।मुख्यमंत्री स.प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि राज्य की अकाली भाजपा गठजोड़ की सरकार ने किसी भी राष्ट्रीय या राज्य के मसले जिसके साथ देश की एकता व अखंडता का संबंध हो का सियासीकरण नहीं किया। उनके द्वारा गत् 2 दिनों से राज्य के सीमावर्ती जिलों का दौरा करने का मकसद मौजूदा तनाव वाली स्थिति में जहां सीमावर्ती लोगों की मुश्किलें सुनना और इस मुश्किल घड़ी में उनका दर्द बांटना और अधिकारियेां को इस मौके लोगों की प्रत्येक समस्या के हल के लिए निर्देश जारी करना है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती लोग दलेर और सच्चे देश भगत हैं जिन्होंने प्रत्येक मुश्किल समय में देश की फौजों का भी साथ दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में सरकार के मुखी के रूप में लोगों को मिलने का असल मकसद लोगों को यह विश्वास दिलाना है कि पंजाब एवं केन्द्र सरकार हर समय उनके साथ है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बहादुर पंजाबियों व विशेषकर सीमावर्ती लोगों का देश की सुरक्षा एवं देश को अनाज में आत्मनिर्भर बनाने में ऐतिहासिक योगदान है। यह बहादुर लोग अपने देश की रक्षा के लिए हर कुर्बानी करने को तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि शेष राज्यों से पंजाब की सीमाओं पर केन्द्र द्वारा इस कारण अधिक चौकसी इस्तेमाल की जा रही है क्यों कि पंजाब के सीमावर्ती जिलों की घनी आबादी सीमा के 10 किलोमीटर के घेरे में बसती है। जिस कारण केन्द्र एव राज्य सरकार को यहां के लोगों की जान व माल की सुरक्षा की भारी चिंता है।गांव टेंडीवाला, हज़ारा सिंह वाला व गज़नी वाला में सीमावर्ती लोगों के विशाल जनसमूहों को सम्बोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों को विरोधी पार्टियों के झूठे एवं भ्रमक प्रचार से चौकस रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती लोगों की सुरक्षा राज्य एवं केन्द्र की प्राथमिकता है। उन्होंने लोगों को सुचेत किया कि वह सीमा पर अशांति फैलाने वाली किसी भी प्रकार की अफवाहों से सुचेत रहें। उन्होंने कहा कि वह केन्द्र सरकार को विनती करेंगे कि सीमावर्ती क्षेत्रों में से बेरोज़गारी को दूर करने के िलए यहा के नवयुवकों की सेना तथा अर्ध-सैनिक बलों में विशेष भर्ती के लिए अभियान चलाया जाए ताकि यह नवयुवक देश की सेवा में हर योगदान डाल सकें।
मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती किसानों की मांग पर उन्हें विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार ने धान की खरीद लिफिटंग और अदायगी के िलए पूरे प्रबंध किए गए हैं और इस कार्य में किसी प्रकार की भी दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में खरीद की निगरानी के लिए सीनियर अधिकारियों की ड्यूटियां भी लगाई जाएंगी। उन्होंने सीमावर्ती गांवों के लोगों की मांग पर 2 बड़े बेड़े नदी से पार आने व जाने के लिए 10 दिनों में देने का भरोसा दिया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री स.जनमेजा सिंह सेखों, सांसद स.शेर सिंह घुबाया, स.जोगिन्द्र सिंह जिंदू एम एल ए, भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री कमल शर्मा, सीनियर अकाली नेता स.वरदेव सिंह नोनी मान, स.सुखपाल सिंह नन्नू चेयरमैन किसान मोर्चा पंजाब, मुख्यमंत्री के विशेष प्रिंसीपल सचिव डा.एस करूणा राजू, श्री आर वेंकटरत्नम प्रिंसीपल सचिव पंजाब सरकार, श्री वी के मीना आयुक्त फिरोजपुर डिवीजन, उपायुक्त इंजीनियर डी पी एस खरबंदा, श्री आर एस खटड़ा डी आई जी फिरोजपुर रेंज, श्री आर के बख्शी एस एस पी फिरोजपुर, चेयरमैन जिला योजना बोर्ड श्री डी पी चंदन के अतिरिक्त प्रमुख अकाली-भाजपा नेता उपस्थित थे।