शिअद ने आज आप पार्टी के नेता भगवंत मान के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें भगवंत मान ने कहा है कि सरकार द्वारा गरीब और दलित वर्ग के लोगों को दी जा रही सहायता और सुविधाओं के कारण उनकी स्थिति भिखारियों से जैसी हो गई है। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि आप पार्टी की रगो में उंची जाति के अंहकार का कैंसर घर कर चुका है इससे पहले अरविंद केजरीवाल दलितों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जन जातियों व पिछड़े वर्गो को आरक्षण देने का विरोध कर चुके है।शिअद के जनरल सचिव और प्रवक्ता हरचरण सिंह बैंस ने यहां जारी एक बयान में भगवंत मान पर टिप्पणी करते हुये कहा कि यह व्यक्ति उंची जाति के अंहकार में चूर हो चुका है और इसको जातिवाद के नशे से पीछा छुड़वाने के लिए किसी पुर्नावास केन्द्र में भेजे जाने की जरूरत है।
इस को यह महसूस ही नही हो रहा कि यदि प्रत्येक सरकार का फर्ज होता है कि प्रत्येक जरूरतमंद और गरीब व्यक्ति व विशेषकर जिनके साथ सदियों से धोखा होता आया हो के साथ कंधे से कंधा जोड़कर चले लोगों के पैसे को उनके कल्याण के लिए खर्च करने के कार्य की सरकार शुभचिंतक होती है लोग अपने स्वंय के ही पैसे से सहायता और सुविधाए लेने से भिखारी नही बन जाते है। हम आप पार्टी के नेताओ द्वारा प्रगट की गई इस मानसिकता से हैरान है।स. बैंस ने घोषणा की कि राज्य सरकार की सभी गरीब पक्षीय नीतियां ना केवल जारी रहेगी बल्कि आप पार्टी द्वारा विरोध के वाबजूद आवश्यकता अनुसार इनमें वृद्धि की जा सकती है। उन्होने कहा कि हम जितना भी हो सके उतनी गरीब से गरीब वर्ग के लोगों की सहायता करेगें उंची जाति के अंहकार में चूर और जरूरतमंदों को नीचा करके देखने वाले किसी भी व्यक्ति के इतराज की हमें कोई परवाह नही।शिअद के प्रवक्ता ने आगे कहा कि शिअद को इस बात पर यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि आप पार्टी नेता भगवंत मान ने अपने बयान में यह कहा है कि शिअद -भाजपा सरकार गरीब वर्ग के लोगों को निशुल्क सुविधाएं देने की नीतियां अपनाकर पंजाबियों को मंगते बना रही है उन्होने कहा कि इससे आप लीडरशिप की बुरी मानसिकता जाहिर होती है।