पंजाब सरकार ने देशभर में श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश उत्सव के संबंध में वर्ष भर चलने वाले समागमों के हिस्से के तौर पर उनके जीवन दर्शन एवं शिक्षाओं संबंधी राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में होने वाले सैमीनार के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अध्यक्षता करने का निमंत्रण देने का फैसला किया है।यह फैसला पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में आज सुबह पंजाब भवन में सिखों के 10वें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश उत्सव के अवसर पर करवाये जाने वाले समारोहों के प्रबंधों की समीक्षा के लिए हुई बैठक के दौरान लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह विज्ञान भवन में होने वाले राष्ट्रीय सैमीनार की अध्यक्षता करने के लिए श्री मोदी की सहमति प्राप्त क रने हेतू उनको निजी तौर पर एक अद्र्ध-सरकारी पत्र लिखेंगे। इसकी तिथि श्री मोदी की सुविधा अनुसार 15 से 30 नवंबर के बीच रखी जायेगी। उन्होंने दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के प्रधान और महासचिव सहित संसद सदस्यों को कहा कि आगामी सत्ता वह निजी तौर पर प्रधानमंत्री को मिलकर सैमीनार की अध्यक्षता करने के लिए अपील करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की सैमीनार में श्मूलियत देश में शांति, संप्रदायिक सद्भावना एवं भाईचारे की गांठों को मज़बूत करेगी जिसके लिए श्री गुरू गोबिंद सिंह जी ने विलक्षण योगदान दिया और मानवीय अधिकारों की रक्षा एवं धार्मिक स्वतंत्रता को यकीनी बनाने के अतिरिक्त धर्म-निरपेक्ष की सदियों पुरानी रिवायतों को बनाये रखने हेतू अपने परिवार सहित प्रत्येक वस्तु का बलिदान दिया। उन्होंने शिअद-भाजपा गठजोड़ के सांसदों, शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी तथा डीएसजीएमसी के प्रतिनिधियों पर आधारित एक सब-कमेटी का भी गठन किया जोकि इस समारोह को अंतिम रूप देगी।
श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350 प्रकाश उत्सव संबंधी चलने वाले समागमों के हिस्से के तौर पर मुख्यमंत्री ने श्री पटना साहिब में 10 करोड़ की लागत से 100 कमरों का श्री गुरू गोबिंद सिंह भवन के निर्माण की भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने मुख्य सचिव को तुरंत राज्य के चीफ आर्कीटेक्ट तथा लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों के नेतृत्व में टीम भवन के लिये रूपरेखा तैयार करने हेतू तैनात करने के लिए कहा ताकि तख्त श्री पटना साहिब में नतमस्तक होने वाले श्रद्धालुओं के रहन-सहन के लिए सुविधा मुहैया करवाई जा सके।मुख्यमंत्री ने देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों/शिक्षा संस्थानों में श्री गुरू गोबिंद सिंह जी संबंधी करवाये जाने वाले सात सैमीनारों हेतू 5 लाख रुपये की भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने इन सैमीनारों की श्रृंखला को आयोजित करने हेतू पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के उपकुलपति डॉ. जसपाल सिंह को कन्वीनर के तौर पर तैनात किया है। उपकुलपति ने स. बादल को बताया कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के जीवन और दर्शन संबंधी 16-17 सितंबर को इंटरनेशनल सैंटर ऑफ सिख स्टडीज़, गुरूद्वारा रकाबगंज दिल्ली, 6-7 अक्टूबर को गुरू ग्रंथ साहिब वल्र्ड यूनीवर्सिटी फतेहगढ़ साहिब, 13-14 अक्टूबर को पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़, 22-23 अक्टूबर को कोलकत्ता की नेशनल लाईब्रेरी, 28अक्टूबर को स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा यूनीवर्सिटी नांदेड़, महाराष्ट्र, 2-3 नवंबर को गुरू नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर, 16-17 नवंबर को गुरू गोबिंद सिहं खालसा कालेज मुंबई तथा 30 नवंबर एवं एक दिसंबर, 2016 को पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला में सैमीनार करवाये जायेंगे।
बैठक में बताया गया कि बिहार सरकार भी 22 से 24 सितंबर, 2016 तक श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव संबंधी पटना साहिब में अंतरराष्ट्रीय सिख कान्फ्रेंस करवा रही है। स. बादल ने इसमें 24 सितंबर को श्मूलियत करने के लिए सहमति दे दी है जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री श्री नितिश कुमार भी हिस्सा ले रहें हंै। राज्य सरकार ने पहले ही बिहार सरकार को 69 प्रमुख सिख विद्वानों और शिक्षा विशेषज्ञों के इसमें शामिल होने की पुष्टि कर दी है। मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि इस अवसर पर 6 विशेष रेलगाडिय़ा चलेंगी जिनमें से दो दिल्ली से और चार अमृतसर से क्रमश: डीएसजीएमसी तथा एसजीपीसी के अधीन चलेंगी। श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के वस्त्र/शास्त्र लेकर एक विशेष बस श्री आनंदपुर साहिब से श्री पटना साहिब चलेगी और यह 1750 कि.मी का सफर तय करेगी। यह यात्रा 20 नवंबर, 2016 से दो दिसंबर, 2016 तक 12 दिन चलेगी। स. बादल ने मुख्य सचिव को कहा कि वह पटना साहिब में दो अधिकारियों को तैनात करे जोकि समय पर प्रबंधों को विश्वसनीय बनाने के लिए बिहार प्रशासन के साथ समीप का तालमेल बनाकर रखे। उन्होंने दोनो सिख संगठनों के प्रधानों को भी अपना अपना एक एक प्रतिनिधि तैनात करने के लिए कहा है ताकि वह इस उद्धेश्य के लिए सरकारी अधिकारियों से तालमेल बनाकर रखें।
इसी दौरान मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने आम सहमति से एक प्रस्ताव पास किया जिसमें देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को लालकिले से अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा महान सिख गुरूओं की कुर्बानी का विशेष तौर पर जिक्र करने और श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश उत्वस संबंधी समूचे देश वासियों को बधाई देने तथासेवा की महतत्ता संबंधी गुरू साहिब जी के महान विचारों का उल्लेख करने की सराहना की गई। शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी, एसजीपीसी, डी एस जी एम सी के सदस्यों द्वारा एक और प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया जिसमें केंद्र सरकार द्वारा 324 व्यक्तियों की काली सूची में से 212 नामों को निकालने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि भारत सरकार की तरफ से की गई यह पहलकदमी सिख भाईचारे और उनकी परिवारों की भावना पर पीड़ा को कम करेगी।
बैठक में उपस्थित अन्य प्रमुख व्यक्यिं में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और पंजाब भाजपा अध्यक्ष श्री विजय सांपला, लोकसभा सदस्य प्रो प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सदस्य राज्यसभा श्री सुखदेव सिंह ढींढसा, श्री बलविंदर सिंह भूंदड़, श्री मदन मोहन मित्तल और श्री सोहन सिंह ठंडल (दोनों कैबिनेट मंत्री), पंजाब तकनीकी शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन श्री सेवा सिंह सेखवां, पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री कमल शर्मा, मुख्य सचिव श्री सर्वेश कौशल, प्रमुख सचिव पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों श्रीमती अंजलि भावरां, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव के जे एस चीमा, सचिव सूचना एवं जनसम्पर्क श्री राहुल तिवारी, विशेष सचिव वित्त श्री सुखविंदर सिंह, निदेशक पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों श्री नवजोतपाल सिंह रंधावा, राष्ट्रपति एसजीपीसी जत्थेदार अवतार सिंह, प्रधान डीएसजीएमसी श्री मंजीत सिंह जीके, महा सचिव डीएसजीएमसी मनजिंदर सिंह सिरसा, कुलपति पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला डॉ. जसपाल सिंह और एमडी पीएचएससी श्री हुस्न लाल शामिल थे।