मुख्यमंत्री लल थनहावला ने सोमवार को कहा कि मिजोरम देश के सबसे शांतिपूर्ण राज्यों में से एक है और यह स्थाई विकास की दिशा में लगातार बढ़ रहा है। असम राइफल्स मैदान पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद लल थनहावला ने कहा, "भारत के सबसे शांतिपूर्ण राज्यों में से एक मिजोरम सतत विकास और विशेष बुनियादी ढांचे के विस्तार की दिशा में बढ़ रहा है।"उन्होंने कहा, "यह साल 'मिजोरम शांति समझौते' के हस्ताक्षर किए जाने की 30वीं वर्षगांठ भी है। बीते 30 सालों में हमने बहुत कुछ हासिल किया है, अभी हमें बहुत कुछ करना है। "एक त्रिपक्षीय समझौता पर केंद्र, मिजोरम सरकार और तत्कालीन आतंकवादी संगठन मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने 1986 में हस्ताक्षर किया था। इसका मकसद राज्य में दो दशकों (1966 से 1986) के लंबे उग्रवाद को खत्म करना था।
मिजोरम में 70वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कई तरह के कार्यक्रम, खेलकूद, सांस्कृतिक समारोहों और जनसभाओं का आयोजन हुआ।मुख्यमंत्री ने कहा कि मिजोरम में चावल का उत्पादन बढ़ा है। यह साल 2014-15 के 60,647 टन से बढ़कर साल 2015-16 में 62,089 टन हो गया है। इसमें 2.29 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।उन्होंने कहा कि पॉम तेल से संबंधित खेती के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी हुई है। यह साल 2014-15 के 20,377 हेक्टेयर से बढ़कर साल 2015-16 में 23,358 हेक्टेयर हो गया, इस तरह 14.63 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।लल थनहावला ने कहा कि अंतत: मिजोरम ब्राड गेज रेलवे से देश से जुड़ गया है।
उन्होंने कहा, "ब्राड गेज मालगाड़ी को बैराबी रेलवे स्टेशन से मार्च में झंडी दिखाई गई थी और यात्री गाड़ी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई में वीडियो कांफ्रेंसिंग से झंडी दिखाकर स्टेशन से रवाना किया था। हमें आशा है कि 2019 तक सैरांग जाने वाली रेलवे लाइन पूरी हो जाएगी। "उन्होंने कहा कि 60 मेगावाट वाली तुइरिअल पनबिजली परियोजना अपने अंतिम चरण में है और इसके जल्दी चालू किए जाने की उम्मीद है। 210 मेगावाट की तुईवई पनबिजली परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है।उन्होंने कहा कि बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून, 2013 को मिजोरम सरकार ने मार्च में लागू किया। इससे 1,40,017 परिवारों के 6,67,482 लोगों को फायदा पहुंच रहा है।