पंजाब सरकार ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें योजना सफलतापूर्वक लागू की है। जिस अधीन वर्ष 2007 से 2016 तक 216.65 करोड़ रूपए की लागत से पहली से दसवीं कक्षा के 1,31,52,590 विद्यार्थियों को इस विशेष योजना अधीन कवर किया गया है।इस संबंधी जानकारी देते हुए अनुसूचित जातियों/पिछड़ी श्रेणियों के कल्याण मंत्री गुलजार सिंह रणीके ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा अनुसूचित जातियों के विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर ऊँचा उठाने के लिए विभिन्न योजनाएं आरंभ की गई हैं जिस द्वारा विद्यार्थियों के शिक्षा पर आने वाला वार्षिक वित्तीय खर्चे को भी घटाया जा सके। इस उद्धेश्य से पंजाब सरकार ने नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें योजना राज्य में सफलतापूर्वक लागू की है। जिसकी फंडिग स पूर्ण तौर पर राज्य सरकार द्वारा की जाती है।कल्याण मंत्री ने बताया कि इस अह्म योजना तहत पहली से दसवीं श्रेणी में पढऩे वाले विद्यार्थियों को शेैक्षणिक सत्र के आरंभ में पाठ्य पुस्तकें मुहैया करवाई जाती हैं औेर बनती अदायगी पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड, मोहाली द्वारा की जाती है। उन्होंने आगे बताया कि इस अह्म योजना अधीन पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के सिलेबस वाले सरकारी/प्राईवेट मान्यता प्राप्त स्कूलों के अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें मुहैया करवाई जाती हैं।