आम आदमी पार्टी ने बुधवार सरकारी स्कूलों में चल रहे मिड -डे मील प्रोगराम के वर्करों के साथ सरकार द्वारा वेतन के नाम पर किए जा रहे भद्दे मजाक का मुद्दा उठाते सरकार से मांग की है कि उनको काम के अनुसार अधिक वेतन दिया जाए। मिड-डे मील वर्करों की सरकार हाथों हो रहे शौषण संबंधी बोलते आम आदमी पार्टी के महिला विंग की प्रधान प्रो. बलजिन्दर कौर और स्त्री नेता परमिन्दर कौर ने कहा कि सरकार द्वारा इस महंगाई के दौर में इतना कम वेतन देना वर्करों के साथ एक भद्दा मजाक है। उन्होंने कहा कि मिड -डे मील वर्करों को हर महीने 1200 रुपए वेतन के तौर पर दिए जाते हैं जिस में से 750 रुपए केंद्र सरकार की तरफ से और 450 रुपए पंजाब सरकार की तरफ से दिए जाते हैं।
प्रो. बलजिन्दर कौर ने कहा कि वेतन के मामले में पंजाब सूबा सब से कम पैसे देने वाले राज्यों में से एक है। जबकि ऐसे कार्य के लिए तामिलनाडु में प्रति महीने 6500 और केरला में 9500 रुपए की राशि दी जाती है। पिछले समय में भारत में महंगाई की दर कई गुणा अधिक हो गई है और सरकार को इस बात का ध्यान रखते वेतन निर्धारित की जानी चाहिए। परमिन्दर कौर ने कहा कि खाना बनाने के साथ-साथ यह वर्कर बर्तन धोने का काम भी करते हैं। जिस कारण यह वेतन बहुत ही ज्यादा कम है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी वर्करों को उनके हक दिलाने के लिए उनके साथ खड़ी है और वेतन न बढऩे की सूरत में पार्टी यूनियन नेताओं के सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं करेगी।