क्रिकेटर से नेता बने सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा इसलिए दिया, क्योंकि उन्हें पंजाब से दूर रहने को कहा गया था, जिसके लिए वह तैयार नहीं थे। सिद्धू ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दिया, क्योंकि मुझे कहा गया था कि पंजाब कि तरफ मुंह नहीं करोगे और पंजाब से दूर रहोगे।"उन्होंने सवाल किया, "मुझे पंजाब से दूर क्यों रहना चाहिए और किसकी मर्जी से?"सिद्धू ने कहा, "धर्मो में सबसे बड़ा धर्म राष्ट्रधर्म होता है।
तो मैं कैसे छोड़ दूं अपनी जड़, अपना वतन पंजाब। क्या मुझे कुछ लोगों के निजी हितों के लिए पंजाब से दूर रहना चाहिए?"भाजपा ने अप्रैल में सिद्धू को राज्यसभा के लिए नामांकित किया था। उन्होंने संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन 18 जुलाई को राज्यसभा सदस्यता छोड़ दी थी और तभी से उनके आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने बड़े अंतर से चार चुनाव जीते हैं। सिद्धू ने कहा, "यह पहली बार नहीं है जब मुझे पंजाब से दूर रहने को कहा गया है। ऐसा तीसरी और चौथी बार हो राह है। कोई भी पार्टी पंजाब से बड़ी नहीं है।"उन्होंने कहा, "अमृतसर के लोगों ने मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया है। मैं उनके विश्वास का गला नहीं घोंट सकता। मैं पंजाब और अमृतसर की सेवा करना चाहता हूं।"