केंद्रीय कृषि और कल्याण मंत्री, राधा मोहन सिंह ने आज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 88वें स्थापना दिवस समारोह का विज्ञान भवन में उद्घाटन किया। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री राधामोहन सिंह ने इस अवसर पर भारतीय कृषिअनुसंधान परिषद के वार्षिक पुरस्कार भी प्रदान किये। कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री एस.एस. अहलुवालिया, श्री पुरुषोत्तम रुपाला एवं श्री सुदर्शन भगत भी इस समारोह में शामिल हुए। इस समारोह की विशेषता ये थी कि प्रथम बार 700 के करीब किसान भाईयों को भी आमंत्रित किया गया और शोधकर्त्ताओं एवं अधिकारियों के साथ कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया।केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने अपने स्थापना दिवस उद्बोधन में भारत सरकार द्वारा विगत दो वर्षों में कृषि, शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के लिए विशेषकर पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों के विकास हेतु जो योजनाएं शुरु की हैं, उनका उल्लेख किया।
साथ ही उन्होंने विकास की अन्य परियोजनाएं यथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय कृषि बाजार, जैविक खेती के लिए परम्परागत कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाईयोजना, कृषि समर्पित दूरदर्शन चैनल का भी उल्लेख किया।भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पुरस्कार 19 वर्गों में 119 प्रतिभागियों को दिये गये, जिनमें ना केवल कृषि अनुसंधानकर्त्ता एवं संस्थान बल्कि कृषि पत्रकार, कृषक एवं प्रसार कर्मियों को भी सम्मानित किया गया।सचिव, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग एवं महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, डॉ. टी. महापात्रा ने कार्यक्रम में आए हुए सभी सम्मानित विशिष्ट अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। महानिदेशक ने अपने उद्बोधन में दलहन एवं तिलहन की उत्पादकता एवं उत्पादन बढ़ाने पर विशेष जोर दिया।