भाजपा नेता राम शंकर कठेरिया ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से उन्हें बाहर किए जाने का संबंध उनके विवादास्पद बयान से नहीं है। उन्होंने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं। कठेरिया उन पांच मंत्रियों में एक हैं, जिन्हें मंगलवार को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया। वह केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री थे।कठेरिया ने आईएएनएस से कहा, "अध्यक्ष जी(भाजपा अध्यक्ष अमित शाह) ने कहा कि मैं मंत्रिमंडल से मुक्त किया जा रहा हूं, क्योंकि संगठन में उन्हें मेरी सेवाओं की जरूरत होगी। मैं उनकी और पार्टी की इच्छा पूरी करूंगा।"जब पूछा गया कि क्या अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा अध्यक्ष को आपकी सेवा की जरूरत होगी?
इस पर आगरा से सांसद ने कहा कि इस संबंध में उन्हें खास तौर से कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन कठेरिया ने कहा, "पार्टी और वह (अमित शाह) जो निर्णय करेंगे, मैं उसका पालन करूंगा।"उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि विवादास्पद बयान देने के कारण उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया गया है।करीब 15 दिनों पहले लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कठेरिया ने कहा था कि शिक्षा और देश का भगवाकरण होगा, क्योंकि यह देश के लिए लाभदायक है।उन्होंने कहा था, "देश के लिए जो कुछ भी अच्छा है वह किया जाएगा, चाहे भगवाकरण हो या संघवाद।"