स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से नैशनल हैल्थ मिशन पंजाब के तहत लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य संभाल के लिए वर्ष २०१६-१७ दौरान ६०३ करोड़ रुपए की योजना को मंजूरी दे दी गई है। इस संबंधी स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने बताया कि पंजाब में मरीजों के लिए विभिन्न फ्री टैस्टों के लिए २०.६९ करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। जबकि पंजाब में नए अस्पताल बनाने और मौजूदा स्वास्थ्य संस्थाओं में सुधार के लिए ३० करोड़ रुपए की मंजूरी मिली है। इसमें जिला होशियारपुर के दसूहा और संगरूर के मलेरकोटला में नए २० बैडों वाले नए मदर एंड चाइल्ड हैल्थ विंग बनाने को मंकाूरी दी गई है। इसी तरह जिला अस्पताल संगरूर और मोगा के एमसीएच में ३० बैडों में बढ़ौतरी करने की योजना है और लुधियाना के सब डिवीकानल अस्पताल (एसडीएच) खन्ना, पटियाला के समाना, जालंधर के नकोदर में निर्माण के लिए ७.५० करोड़ रुपए मंजूर किया गया है।स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सहूलियत के लिए फ्री और सबसिडी वाली दवाइयों के लिए ५५ करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। पंजाब में २५ एमरजैंसी रिस्पांस सर्विस एम्बुलैंस को बदलने और ७८ एम्बुलैंस के नवीनीकरण के लिए ४.२८ करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। इसी तरह स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के तहत राज्य के सभी गांवों में एक माह तक नुककड़ नाटकक्वं, स्वास्थ्य कैंप लगाए जाएंगे। इसके लिए १.७० करोड़ रुपए मंकाूर किए गए हैं। पंजाब में टैस्टों के अलावा नैशनल डायलसिस सर्विसस प्रोग्राम के तहत १ करोड़ रुपए टोकन मनी भेजी गई है।
स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती विनी महाजन ने बताया कि पंजाब में सभी गर्भवती महिलाओं का थाईराइड टैस्ट मुफत किया जाएगा। इसके लिए ०.९० करोड़ रुपए की मंजूरी मिली है। जबकि विभिन्न अनीमीया से प्रभावित महिलाओं के लिए आइरन सकरोका के लिए ०.६९ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी तरह गर्भवती महिलाओं के लिए कैलश्यिम की गोलियों के लिए २.३३ करोड़ रुपए खर्च करने की योजना को मंजूरी मिली है। इन सेवाओं के साथ साथ नैशनल औरल हैल्थ प्रोग्राम के तहत दांतों का पखवाड़ा मनाने के लिए ०.७५ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।प्रमुख सचिव ने बताया कि पंजाब में इन नई पहलकदमियों के अलावा सिवल वकर्स के तहत पटियाला के एमसीएच और जीएमसीएच के लिए ९.५० करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। जबकि जिला अस्पताल गुरदासपुर के लिए ६ करोड़, जिला अस्पताल फाकिालका के लिए ४ करोड़ रुपए और रूपनगर के लिए २ करोड़ और १० नई अर्बन सीएचसी बनाई जाएंगी। इन सभी कामों के लिए कुल ३१.५० करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी तरह पंजाब में मुफत दवाइयों के लिए ४० करोड़ रुपए और एनआईपीआई ड्रगस के लिए ११.०६ करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। इसी तरह महिलाओं के स्वास्थ्य संभाल के लिए जननी शिशू सुरक्षा कार्यक्रम के लिए ३२.८८ करोड़ रुपए, जननी शिशू योजना के तहत १०.८२ करोड़ रुपए खर्च किए जाने की योजना है। जबकि टीकाकरण के लिए २८.४३ करोड़ रुपए, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए १५.८१ करोड़ रुपए, आशा प्रोग्राम के लिए ३४.९९ करोड़ रुपए, स्वच्छ भारत और कायाल्प के लिए ३.१९ करोड़ रुपए, नैशनल अर्बन हैल्थ मिशन की आउटरीच गतीविधीयां के लिए ५.१९ करोड़ रुपए, नैशनल डिकाीका कंट्रोल प्रोग्राम के लिए ३०.२९ करोड़ रुपए और नान कम्यूनिकेबल डिकाीका कंट्रोल प्रोग्राम के लिए २०.८१ करोड़ रुपए की मंकाूरी मिली है।