सिंचाई विभाग पंजाब द्वारा पूरी मेहनत से प्रयास किये जा रहे हैं कि फरीदकोट , फिरोजपुर, फाजिल्का तथा श्री मुक्तसर साहिब जिलों के किसानों को सरहिन्द नहर से सिंचाई के लिए पानी मुहैया करवाया जा सके।यह जानकारी देते हुये पंजाब के सिंचाई मंत्री स. शरणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि सरहिन्द नहर का पानी हरिके हैड वर्कस से लेकर फिर पंजाब के फरीदकोट , फिरोजपुर, फाजिल्का तथा श्री मुक्तसर साहिब जिलों तक पहुंचाया जाता है । उन्होने बताया कि अप्रैल में राजस्थान सरकार द्वारा एनओसी लेकर नहर की सफाई के लिए पेशकश रखी गई थी पंरतु राजस्थान नहर द्वारा सफाई के लिए नहर बंद करने की आज्ञा नही दी गई। इसके साथ ही कृषि विभाग पंजाब द्वारा भी नरमे की फसल की बिजाई तथा सफेद मक्खी के प्रभाव को रोकने के लिए पानी की सप्लाई ना बंद करने और अप्रैल में पानी की सप्लाई जारी रखने के लिए बल दिया गया था। पंरतु क्योकि सरहिन्द फीडर नहर की सफाई नही हो सकी। इस लिए नहर में से गार ना निकाले जाने से नहर की सफाई ना होने के कारण पानी की सप्लाई लगभग बीस प्रतिशत घटी है।
शरणजीत सिंह ढिल्लों द्वारा सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बेैठक करके पानी के संकट को हल करने के लिए हर संभव प्रयास करने हेतू आदेश दिये गये हैं। उन्होने मु य इंजीनियर नहरों के नेतृत्व में सिंचाई विभाग के सीनियर इंजीनियरों की एक टीम गठित की है जोकि सरहिन्द फीडर में तैनात की जाएगी और तकनीकी पक्ष से हर संभव कदम उठाएगी। इस के अतिरिक्त यह भी फैसला किया गया कि चलते पानी में डी -सिलटिंग के लिए नहर की वैट ड्रेजिंग तकनीक अपनाई जाए। इसके साथ ही विभाग द्वारा गठित टीमों को सचेत किया गया है। ताकि यह यकीनी बनाया जा सकें कि कोई भी किसान मर्जी से छेद करके अपने हिस्से से अधिक पानी ना ले सके। वर्णननीय है कि विभाग द्वारा सरहिन्द नहर से रोटैशन के आधार पर विभिंन नहरों को पानी मुहैया करवाया जा रहा है। सिंचाई विभाग पंजाब के सचिव स. काहन सिंह पन्नू ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्थान सरकार को विनती की गई है कि भुल्लर हैड के समीप वाले कट को दोबारा खोला जाए ताकि पंजाब के हिस्से का पानी राजस्थान फीडर द्वारा सरहिन्द नहर के निचले हिस्से से होता हुआ पंजाब के अबोहर,फाजिल्का तथा श्री मुक्तसर साहिब जिलों तक एक समानता से आवश्यक मात्रा में सिंचाई के लिए पहुंचाया जा सके।