अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने चीन में मानवाधिकार हनन की मंगलवार को निंदा की और देश द्वारा हाल में विदेशी गैर सरकारी संगठनों से संबंधित कानून को मंजूरी देने पर चिंता जताई। समाचार एजेंसी एफे न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग में चीन-अमेरिका स्ट्रेटेजिक एंड इकोनॉमिक डायलॉग के समापन कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में केरी ने कहा कि उन्होंने चीन में अभिव्यक्ति व धर्म की आजादी के हनन तथा वकीलों, धार्मिक प्रमुखों, नागरिक समाज के नेताओं के उत्पीड़न पर अंतर्राष्ट्रीय चिंता को सामने रखा।केरी ने अप्रैल में चीन की विधायिका द्वारा पारित किए गए एनजीओ मैनेजमेंट कानून की भी आलोचना की, जिसे 2017 से देश में लागू कर दिया जाएगा। इस कानून की अंतर्राष्ट्रीय तौर पर बेहद आलोचना की गई है। माना जा रहा है कि इस कानून की वजह से विदेशी एनजीओ का देश में काम करना बहुत मुश्किल हो जाएगा।
केरी ने ऐसे एनजीओ को देश में अपना कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखने की मंजूरी की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि वे (एनजीओ) दोनों देशों के बीच समझ को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं।चीन के स्टेट एडवाइजर यांग जिची ने केरी की आलोचना पर उसी मंच पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चीन में मानवाधिकार की प्रगति से हर कोई वाकिफ है और देश के नागरिक बिना किसी भय के अभिव्यक्ति व धर्म की आजादी की लुत्फ उठा रहे हैं।यांग ने एनजीओ से जुड़े कानून पर कहा कि यह चीन की सुधार प्रक्रिया का हिस्सा है।केरी ने उल्लेख किया कि दोनों देशों के विशेषज्ञ उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंधों के क्रियान्वयन का समन्वय करेंगे। वहीं यांग ने इस बात को दोहराया कि चीन कोरियाई प्रायद्वीप में शांति का समाधान ढूंढने के लिए प्रयासरत है।