संत रत्नी देवी जन्मोत्सव पर जगद गुरु ब्रह्मानंद आश्रम में 31 मई से चार जून तक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। देवी मैत्रेयी आनंद ने बताया कि 31 से दो मई तक रोजाना हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। वहीं तीन जून को नारी शक्ति शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें नारी शक्ति को लेकर मंथन किया जाएगा। चार जून को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा और साथ ही पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रत्नी देवी ने देशभर में जगद गुरु ब्रह्मानंद की शिक्षाओं का प्रचार किया। जिसकी बदौलत उनकी शिक्षाओं के बारे में देशभर के लोग जान पाए।
उन्होंने कहा कि जिस समय रत्नी देवी जगद गुरु ब्रह्मानंद की शरण में आई उस समय महिलाओं पर बहुत बंधन थे। इन बंधनों की परवाह न करते हुए उन्होंने काम किया। देवी मैत्रेयी आनंद ने कहा कि वे खुद भी रत्नी देवी से प्रभावित होकर ही संत बनी हैं। इस अवसर पर प्रो. बाबूराम, गुरु ब्रह्मानंद स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष सुमित चौधरी, दिलबाग गोराया, मेहर सिंह कलामपुरा, बिल्ला ललैण, मोंटी झिंवरहेड़ी, गोल्डी, फौजी साकरा, प्रवीण बंदराना, सुरजीत सनहेड़ी, भाग सिंह अमीन, विकास और राहुल गोलपुरा मौजूद थे।