सिखों के सरताज बाबा बंदा ङ्क्षसह बहादुर जी की 300 साला शताब्दी पर कांटीनेंटल ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूट ने उनको याद करते हुए श्रद्धा के फूल अॢपत किए। इस अवसर पर सजाए गए नगर कीर्तन 'खालसा शहीदी मार्च का कांटीनेंटल ग्रुप के स्टाफ तथा विद्यार्थियों ने भव्य स्वागत किया।यह मार्च जो गुरदास नंगल से 21 मई को सुबह शुरू हुआ था, आज गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में रूकने के बाद 29 मई को दिल्ली पहुंचेगा।श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पालकी को फूलों से बहुत ही शानदार तरीके से सजाया हुआ था, जिसकी अगुवाई पांच प्यारे कर रहे थे। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पालकी पर हो रही रंग-बिरंगे फूलों की वर्षा दौरान मीठी-मीठी खुशबू आ रही थी तथा लोग शब्द पढ़ते जा रहे थे।इस अवसर पर डायरेक्टर डा. एम.एस. ग्रेवाल ने नगर कीर्तन का भव्य स्वागत करते हुए कहा कि बाबा बंदा ङ्क्षसह बहादुर की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा तथा विद्याॢथयों को उनके द्वारा दर्शाए मार्ग पर चलते हुए अपना जीवन सफल करना चाहिए। अन्यों के अलावा इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल के हलका इंचार्ज दीदार ङ्क्षसह भट्टी भी मौजूद रहे तथा आई हुई संगत के लिए ठंडे मीठे जल की छबील भी लगाई गई।