केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में सोमवार को लाखों लोगों ने मतदान किया और इसके साथ ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव समाप्त हो गए। तमिलनाडु में चार करोड़ लोगों ने मतदान किया, वहीं, केरल में 1.8 करोड़ लोगों ने मत डाले। केरल के 140 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए मतदान में शाम पांच बजे तक 70.35 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि शाम छह बजे मतदान समाप्त होने तक यह आंकड़ा 75.12 फीसदी के आंकड़े को पार कर सकता है, जो साल 2011 में बना था। राज्य के दो विधानसभा क्षेत्रों -थंजावुर तथा अरावकुरिची- में 23 मई को मतदान होंगे। निर्वाचन आयोग ने इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए उनके बीच पैसों के वितरण और उम्मीवारों द्वारा चुनावी प्रक्रिया के उल्लंघन की शिकायतों के कारण यहां चुनाव फिलहाल टाल दिया है।
राज्य के 234 विधानसभा क्षेत्रों में 3,776 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से 320 महिलाएं हैं। 1,566 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। इस चुनाव के लिए 5.82 करोड़ योग्य मतदाता हैं।जिन 232 विधानसभा क्षेत्रों में सोमवार को चुनाव हुए, वहां 3,728 उम्मीदवार मैदान में हैं।सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) राज्य विधानसभा की 227 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सात सीटें इसने अपने सहयोगियों को दी हैं।वहीं, डीएमके ने इस चुनाव के लिए कांग्रेस, दो मुस्लिम पार्टियों तथा कुछ अन्य छोटे दलों से गठबंधन किया है।डीएमडीके के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे में माकपा, भाकपा, वीसीके, टीएमसी तथा एमडीएमके शामिल हैं।पीएमके अकेले चुनाव लड़ रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कुछ छोटे दलों से हाथ मिलाया है।वही, पुडुचेरी की 30 सदस्यीय विधानसभा के लिए मुख्य मुकाबला कांग्रेस-डीएमके गठबंधन और सत्ताधारी ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस (एआईएनआरसी) के बीच है।
इन तीनों राज्यों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और दिन भर मतदाताओं की भीड़ जुटी रही। सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं और कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्वक हुआ।केरल में सत्तारूढ़ संयुक्त मोर्चा व विपक्षी वाम मोर्चा ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। चांदी ने अपने गृहनगर पुथुपल्ली के नजदीक कोट्टायम में कहा, "हम आश्वस्त हैं कि लोग हमें एक मौका और देंगे।"वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ए. के. एंटनी ने कहा, "पहली बार राज्य में सत्ताधारी पार्टी की वापसी होनेवाली है, जबकि वामपंथी पार्टियां विपक्ष में रहेंगी। भाजपा को एक सीट भी मिलनेवाली नहीं है।"लेकिन मार्क्सवादी नेता अच्युतानंदन जिनकी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की अगुवाई कर रही है, भी उतने ही आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पक्ष में तेज लहर है। हम भारी बहुमत से जीतने जा रहे हैं। जनता चांडी को बाहर का रास्ता दिखा देगी।"राज्य भाजपा अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन, जो वाटूयूरकूयू से चुनाव लड़ रहे हैं, ने बताया, "यहां लोग वाम दल और कांग्रेस दोनों के ही जबरदस्त खिलाफ हैं। इसलिए हम काफी आत्मविश्वास में हैं।"
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने चेन्नई में वोट डालने के बाद कहा, "दो दिनों में ही फैसला आ जाएगा।"डीएमके प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि, उनके बेटे और पार्टी के कोषाध्यक्ष एम. के. स्टालिन और राज्य की भाजपा नेता तमिलिसाई सौदर्यराजन ने भी चेन्नई में अपना-अपना मत डाला। करुणानिधि ने कहा कि डीएमके-कांग्रेस गठबंधन की जीत होगी और अगली सरकार वे ही बनाएंगे। वहीं, चेन्नई में फिल्म कलाकारों -कमल हासन, रजनीकांत, अजित, सुंदर सी और खुश्बू- ने मतदान किया। वहीं, केरल में भी मलयालम फिल्म जगत के सितारों ने भी मतदान किया। एआईडीएमके के साथ जहां कुछ छोटी पार्टियां हैं। वहीं, डीएमके के साथ कांग्रेस, दो मुस्लिम पार्टियां और कुछ छोटी पार्टियां हैं। वहीं, तीसरा मोर्चा के साथ डीएमडीके, सीपीआई-एम, सीपीआई, वीसीके, टीएमसी और एमडीएमके हैं। पश्चिम बंगाल और असम में चार अप्रैल से विधानसभा चुनाव की शुरुआत हुई थी।