पंजाब में इलैक्ट्रानिक साइकल का निर्माण शुरू करने के लिए उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने हरी झंडी दे दी है औरे इस उद्धेश्य के लिए लुधियाना में प्रस्तावित ई-साइकल वैली में अगस्त माह में नींव पत्थर रखा जा रहा है। इसके साथ ही घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार के लिए ई-साइकल तैयार करने के लिए पांच अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को ज़मीन भी अलाट की जाएगी।उपमुख्यमंत्री ने यह फैसला औद्योगिक पार्क में नामीं ई-साइकल कंपनी बाफंग का दौरान करने के बाद किया। उन्होंने अग्रणीय ई-साइकल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात भी की। उन्होंने कहा, वाजिव दर पर ई-साइकल तैयार करने के लिए मैं ज़रूरी ईको-सिस्टम संबंधी सारी पड़ताल कर ली है और मुझे यकीन है कि इसे लुधियाना की ई-साइकल वैली में सफलतापूर्वक लागू कियाजा सकता है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार साइकल वैली में अपने यूनिट स्थापित करने वाली पांचों अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों, जिनमें चार चीनी औरे एक ताईवान से है, को सभी स्वीकृतियां और ज़मीन तेज़ी से तथा पहल के आधर पर देगी।बादल ने इस अवसर पर निवेशकों, जिनमें बाफंग कंपनी के सन्नी ही व विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की। प्रोमैक्स ताईवान कंपनी के जोनी लिन ने कहा कि भारत में ई-साइकल अभी प्रचलन में नहीं है इसलिए इनके निर्माण की बेहद संभावना है। उन्होंने कहा कि जो कंपनियां भारत में ई-साइकल का निर्माण करेंगी उन्हें बेहद लाभ होगा।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक पंजाब सरकार का तालुक है, राज्य सरकार ई-साइकल वैली को विश्व साइकल के हब के रूप में उत्साहित करेगी जोकि 300 एकड़ में बनेगी। उन्होंने कहा कि यहां 15 लाख साइकल वार्षिक तैयार करने की कोशिश की जाएगी तथा डेढ़ लाख लोगों को रोज़गार के अवसर भी मिलेंगे।स.बाकदल ने इस अवसर पर बाफंग कंपनी का दौरा भी किया और ई-साइकल के निर्माण संबंधी विस्तार में जानकारी भी ली। उन्होंने कंपनी को भारत व यूरोपी बाज़ारों की आवश्यकयता के लिऐ ई-साइकल बनाने पर बल दिया।
इस अवसर पर हीरो साइकल्ज़ के चेयरमैन पंकज मुंजाल ने भारत में ई-साइकल उद्योग व इसकी संभावना संबंधी पेश़कारी दी। उन्होंने कहा कि साइकल व मोटर साइकल क्षेत्रों में दरार काफी बड़ी है क्योंजो उपभोगताओं को औसतल एक साइकल के लिए 4000 रूपए और मोटर साइकल के लिए 50,000 रूपए की कीमत अदा करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि वाजिब कीमतों वाली ई-साइकलों के लिए संभावनाएं काफी अधिक हैं जिनकी कीमतें 10,000 से लेकर 25,000 रूपए के दरम्यिन में हों।इससे पहले उपमुख्यमंत्री ने 80 स्कुएयर किलोमीटर में फैले सो ज़ू औद्योगिक पार्क का भी दौरा किया। इस पार्क में चीन व सिंघापुर की भागीदारी है तथा इसमें निर्धारित, पर्यटन जगत के अतिरिक्त एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक ज़ोन और कई शहरी क्षेत्र हैं। स. बादल ने इस पार्क को विभिन्न उद्धेश्यों के लिए इस्तेमाल में लाने की प्रशंसा करते कहा कि पंजाब सरकार द्वारा न्यू चंडीगढ़ को विकसित करते समय सो ज़ू औद्योगिक पार्क की विशेषताओं का ध्यान रखा जाएगा।इस उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में मुख्य सांसद सचि एन के शर्मा, उपमुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार जंगवीर सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव करण अवतार सिंह, उपमुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पी एस औजला, इन्वैस्ट पंजाब के अतिरिक्त सचिव डी के तिवाड़ी, उपमुख्यमंत्री के विश्ेाष सचिव राहुल तिवाड़ी और बिजनस डैलीगेट के रूप में श्री टूल्ज़ के एस सी रॅलण भी उपस्थित थे।