मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनाव प्रचार के लिए हफ्तों गर्मी और धूल में खाक छानने के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों को अब खुद को आराम देने और व्यक्तिगत कार्यो का समय मिला है।छह चरणों वाले चुनाव के लिए मतदान समाप्त हो गया है। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में बंद है। चुनावी भागदौड़ के बाद उम्मीदवार अब अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट रहे हैं।उद्यमी से राजनीतिज्ञ बनी बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष दिवगंत जगमोहन डालमिया की बेटी वैशाली डालमिया तपती धूप में हफ्तों प्रचार अभियान में व्यस्त रहने के बाद अब अपने बेटे और पालतू कुत्तों और पक्षियों के साथ समय बिताने में मशगूल हैं।
वैशाली अब फिर से 'एम. एल. डालमिया एंड कंपनी' के अपने कार्यालय से अपने पारिवारिक व्यवसाय पर ध्यान दे रही हैं। काम के साथ ही वह आईपीएल का मजा उठाने में भी व्यस्त हैं।उन्होंने कहा, "और हां, मैं आईपीएल का मजा उठाने में व्यस्त हूं। मैं कोलकाता नाइट राइडर्स की बहुत बड़ी प्रशंसक हूं।"पड़ोसी हावड़ा के उपनगर बल्ली से चुनावी संग्राम में उतरीं तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार वैशाली को न केवल अपनी जीत पर भरोसा है, बल्कि साथ ही इस बात का भी यकीन है कि उनकी पार्टी सत्ता में फिर से लौटेगी।वैशाली ने अपनी पार्टी के हरे रंग की बात करते हुए कहा, "केवल बल्ली में ही नहीं, बल्कि समूचे बंगाल में हरा रंग छाएगा।"
तृणमूल की ओर से चुनाव मैदान में उतरी फुटबॉल खिलाड़ियों की तिकड़ी बाईचुंग भूटिया, सैयद रहीम नबी और दिपेंदु विश्वास के लिए कड़े प्रचार अभियान में उनका 'स्टैमना' काफी मददगार साबित हुआ। विश्वास ने आईएएनएस से कहा, "मैं तपती धूप में खेल चुका हूं, इसलिए मुझे गर्मी में चुनाव प्रचार करने में कोई परेशानी नहीं हुई।"उत्तरी 24 परगना के बसीरहाट दक्षिण से मैदान में उतरे फुटबॉल खिलाड़ी ने मतदाताओं से घर-घर जाकर मिलने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र की ज्यादातर पैदल ही यात्रा की। मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र पंडुआ में घर-घर घूमे नबी फिर से फुटबॉल को समय देने को लेकर खुश हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने अभ्यास शुरू कर दिया है। मैं अब जिम भी जा रहा हूं।"नबी को उम्मीद है कि 19 मई को मतदान के फैसले में वह गोल जरूर दागेंगे।एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकीं और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) उम्मीदवार ज्योतिर्मयी सिकदर के लिए राजनीति या चुनाव अभियान की भागदौड़ नई नहीं है।दक्षिणी 24 परगना जिले के सोनारपुर उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार पूर्व सांसद ज्योतिर्मयी ने आईएएनएस से कहा, "चुनाव ज्यादातर गर्मियों में होते हैं। यह एक नियम है और सभी को इसे निभाना होता है।"राजनीति की दौड़भाग के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी ने कहा कि वह अब अपनी शूटिंग पूरी करना चाहती हैं।
मशहूर फिल्म और टीवी कलाकार परिणामों को लेकर उत्सुक हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि वह चीजों को गंभीरता से नहीं ले रही हैं।वीरभूम जिले के मयूरेश्वर से चुनावी दौड़ में शामिल हुई चटर्जी ने आईएएनएस से कहा, "मैं राजनीति के क्षेत्र में नई हूं। मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। शायद इसीलिए मुझे परिणाम की ज्यादा चिंता नहीं है।"राजनीतिक और पेशेवर क्षेत्र, दोनों में चटर्जी की सहकर्मी रूपा गांगुली ने कहा, "लोगों के लिए काम करने का मेरा सपना और मेरी इच्छा मेरी ऊर्जा का राज है।"भाजपा प्रत्याशी और 1980 के धारावाहिक 'महाभारत' की द्रौपदी को अपने हावड़ा उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से जीत का पूरा भरोसा है।वहीं रूपा के प्रतिद्वंदी तृणमूल प्रत्याशी और पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला को उम्मीद है कि उनकी कड़ी मेहनत काम आएगी।शुक्ला ने कहा, "मैने हमेशा कड़ी मेहनत पर विश्वास किया है। यहां भी मैने कड़ी मेहनत की है। अब जनता को फैसला लेना है।"