बिहार में 10 चरणों में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को तीसरे चरण का मतदान छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। इस चुनाव के तहत मतदाता तीन स्तरीय ग्रामीण प्रशासन संरचना के प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे। इस चरण के मतदान में 60 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक तीसरे चरण के पंचायत चुनाव में करीब 60 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सीतामढ़ी, औरंगाबाद, दरभंगा, अररिया, बांका, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, कटिहार जिले के विभिन्न मतदान केंद्रों में आपसी झड़प में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं जबकि जमुई के रजला स्थित मतदान केन्द्र संख्या 151 से जिलाधिकारी के निर्देश के बाद एक होमगार्ड के जवान को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी के अनुसार, "राज्यभर में शांतिपूर्ण मतदान के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने के आरोप में 420 लोगों को गिरफ्तार किया गया तथा 47 वाहनों को जब्त किया गया।इस चरण में राज्य के 65़95 लाख मतदाताओं के लिए सभी 38 जिलों के 62 प्रखंडों में 13,307 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
बिहार पंचायत निर्वाचन 2016 के तीसरे चरण में जिला परिषद सदस्य के 129, पंचायत समिति सदस्य के 1284 , ग्राम पंचायत मुखिया के 941, ग्राम कचहरी सरपंच के 12863, ग्राम पंचायत सदस्य के 12863 एवं ग्राम कचहरी पंच के 12863 पदों के लिए मतदान कराया गया। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से मतदान संपन्न कराने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति की गई तथा 3997 गश्ती दल दंडाधिकरी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा सभी प्रखंड के लिए अलग-अलग प्रेक्षक भी तैनात किए गए थे।
पंचायत प्रणाली के जरिए जिला, ब्लाक (प्रखंड) और ग्राम स्तर पर प्रतिनिधियों का चुनाव होता है। राज्य में कई चरणों में होने वाला यह चुनाव 30 मई को संपन्न होगा।बिहार में जिला परिषद सदस्य के 1,161 पद, पंचायत समिति सदस्य के 11,496 पर, ग्राम पंचायत मुखिया के 8,392 पद, ग्राम कचहरी सरपंच के 8,392 पद, ग्राम पंचायत सदस्य के 1,14,733 पद एवं ग्राम कचहरी पंच के 1,14,733 पद हैं।