पंजाब के सिंचाई मंत्री शरणजीत सिंह ढिल्लों ने आज वन भवन में बिस्त दुआब नहर प्रोजैक्ट को स पूर्ण करने में आ रही कुछेक दिक्कतों का दूर करने के लिए वन मंत्री चुन्नी लाल भगत के साथ समीक्षा बैठक की। श्री भगत ने वन विभाग के अधिकारियों को प्रोजैक्ट स पूर्ण करने में आ रही दिक्कतें तुंरत दूर करने के आदेश दिये।सिंचाई मंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कहा है कि बिस्त दुआब नहर के नवीनीकरण का कार्य हर स्थिति में 30 जून तक स पूर्ण कर लिया जाए ताकि इस नहर की असल क्षमता अनुसार किसानों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया करवाया जा सके। स. ढिल्लों ने बताया कि 1954 में बने इस प्रोजैक्ट के नवीनीकरण का कार्य 320 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। उन्होने बताया कि मौजूदा समय इस नहर का पानी ले जाने की समर्था 950 क्यूसिक है पर इस का नवीनीकरण मुक्कमल हो जाने के बाद 1450 क्यूसिक हो जाएगी। उन्होने बताया कि इस प्रोजैक्ट के स पूर्ण होने उपरांत इस नहर की सिंचाई समर्था मौजूदा 35000 एकड़ से 2 लाख एकड़ तक बढ़ जाएगी।
ढिल्लों ने आगे बताया कि 560 करोड़ रूपये की लागत से पांच लाख एकड़ के कमांड एरिया प्रोजैक्ट को अलग तौर से विकसित किया जा रहा हेै। उन्होने बताया कि सभी खालों को अंडर ग्रांऊड पाईप प्रणाली द्वारा तबदील कर दिया जाएगा। उन्होने बताया कि बिस्त दुआब प्रोजैक्ट की कुल ल बाई 801 कि.मी. है और इसकी दो ब्रांचें हैं। जबकि 14 डिस्ट्रीबयूटरियों और 39 माईनर हैं।स. ढिल्लों ने आगे बताया कि बैठक में यह भी फैसला किया गया है कि बिस्त दुआब नहर जिस शहर में से भी निकलती है। वहां नहर में उतरने के लिए सीढिय़ों का निर्माण किया जाएगा ताकि लोगों को छठ पूजा और अन्य धार्मिक रस्मों को निभाने के लिए कोई कठिनाई ना आए। इस अवसर पर स. काहन सिंह पन्नू, सचिव सिंचाई विभाग, स. गुरशरण सिंह वासन मु य अभियंता डै्रनेज, स. सहज प्रीत सिंह मांगट, ओएसडी सिंचाई मँत्री , श्री कुलदीप कुमार , पमु य वन पाल, श्री धरिंदरा सिंह मु य वनपाल-वन्य जीव, श्री रत्ना कुमार मु य वन पाल-वन और श्री चर्चिल कुमार उपस्थित थे।