कॉन्टिनेंटल ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट्स (सीजीआई) के एनसीसी एयर विंग यूनिट के कैडेट्स को अपना ऊंचा उडऩे का सपना तब पूरा होता नजर आया जब उन्हें को-पायलट के तौर पर जेनएयर एसटीएल 701 में उड़ान भरने का मौका मिला। ग्रुप के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. एम.एस. ग्रेवाल जिन्हें खुद इंडियन एयर फोर्स में 20 साल से भी ज्यादा का अनुभव है, उन्होंने स्टूडेंट्स को बधाई दी। उन्होंने छात्रों को अपने लक्ष्य को और ऊंचा तय करने को प्रेरित किया और कहा कि आप लोगों को तो इंडियन एयर फोर्स में पायलट के तौर पर एक दिन उड़ान भरनी चाहिए।यहां 28 छात्रों ने उड़ान का अनुभव किया। स्टूडेंट्स ने जहाज को जमीन पर दौड़ाया, रनवे पर लाइन अप किया और कंट्रोल संभाला जब कैप्टन ने टेक ऑफ किया। उड़ान के दौरान उन्हें एयरक्राफ्ट का कंट्रोल संभालने को भी मिला और कुछ देर के लिए उड़ान को भी संभाला। 15 मिनट की उड़ान हर कैडेट को मिली जो कि पटियाला के ऊपर हुई। स्टूडेंट्स बेहद उत्साहित थे इस अनुभव को लेकर। सभी लोगों ने इसे जिंदगी भर याद रहने वाला अनुभव बताया और पटियाला की इतनी ऊंचाई से देखना उनके लिए सपने की तरह था। उन्होंने एनसीसी कमांडमेंट विंग कमांडर रजनीश रोथन और प्रो. कमलजीत सिंह को यह मौका देने के लिए धन्यवाद कहा।