पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दूसरे हिस्से के तहत सोमवार को 31 विधानसभा क्षेत्रों में हुए मतदान में भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान पश्चिमी मिदनापुर के 13 और बांकुरा व बर्दवान के 9-9 विधानसभा क्षेत्रों में हुआ। राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिंसा और धमकाने की कुछ घटनाएं भी सामने आईं। विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर बड़े पैमाने पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया।
चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, इन तीनों जिलों में शाम 5 बजे तक 75 से 85 फीसदी के बीच वोट पड़े। लेकिन, अधिकारी रात 8 बजे तक मतदान का कुल प्रतिशत नहीं बता सके।अधिकारियों ने कहा, "पश्चिमी मिदनापुर में 84.71, बांकुरा में 78.87 और बर्दवान में 75.12 फीसदी मतदान हुआ।"चुनाव आयोग ने बताया कि बर्दवान जिले के पांडवेश्वर में बूथ संख्या 295 पर निर्वाचन अधिकारी परिमल बरुई रविवार रात बीमार पड़ गए और सोमवार को उनका निधन हो गया।
बर्दवान जिले के जमुराई में राजनैतिक विरोधियों के बीच संघर्ष में 13 लोग घायल हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीन-चार लोग हिरासत में लिए गए हैं।दिल्ली में चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान केंद्र में दाखिल होने की वजह से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मोहम्मद सोहराब अली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।अली को इस बार तृणमूल ने टिकट नहीं दिया। उन्हें चोरी के एक मामले में अदालत ने दो साल कैद की सजा सुनाई है।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि मतदान संबंधी गड़बड़ी की वजह से कहीं से कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। बूथ पर कब्जे की भी कोई शिकायत नहीं मिली है। कहीं से किसी गंभीर मामले की शिकायत नहीं मिली है।बर्दवान जिले के आसनसोल स्थित जमुरिया में एक मतदान केंद्र के नजदीक से कच्चे बमों से भरा एक बैग बरामद किया गया।पश्चिम मिदनापुर जिले के चद्राकोना में एक मतदान केंद्र पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एजेंट पर हमले के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
बांकुरा के सोनामुखी में तनाव का माहौल रहा। यहां माकपा के एक एजेंट पर हमला किया गया। यहां हथियारों, बांस और बेंत के साथ नकाबपोशों को घूमते हुए देखा गया।कुछ लोगों ने (जिन्हें तृणमूल कार्यकर्ता भी बताया गया है) माकपा के राज्य सचिव तथा नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार सूर्यकांत मिश्रा के खिलाफ कुछ मतदान केंद्रों पर प्रदर्शन किया। उनके खिलाफ ये प्रदर्शन उस वक्त किए गए, जब वह चुनावी धांधलियों की शिकायत मिलने के बाद केंद्रों का दौरा करने पहुंचे थे।
वाम मोर्चे ने तृणमूल पर गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव आयोग लोगों के जनतांत्रिक अधिकार की रक्षा करने में नाकाम रहा है। वाम मोर्चे के अध्यक्ष विमान बोस ने कहा कि बूथ पर कब्जा भी हुआ और कई जगहों पर जाली मतदान भी हुआ। वाम मोर्चे के पोलिंग एजेंटों पर हमले हुए। मदताताओं को धमकाया गया। शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।उन्होंने कहा कि केशपुर में 150 मतदान केंद्र, गरबेटा में 30 और चद्राकोना में 20 मतदान केंद्रों पर कब्जा किया गया।
साबोंग से कांग्रेस प्रत्याशी मानस भुइयां ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के 'गुंडों' ने मतों की लूटपाट की।दिल्ली में कांग्रेस ने चुनाव आयोग में कुछ क्षेत्रों में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज कराई है।केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने कहा कि हमने हिंसा की कई घटनाएं आज (सोमवार को) देखीं। हर चरण के साथ तृणमूल का आतंक बढ़ेगा। ऐसे में हम चुनाव आयोग से गुजारिश कर रहे हैं कि वह अपनी निगरानी बढ़ाए।पहले चरण के मतदान के पहले हिस्से के तहत चार अप्रैल को 18 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए थे। इनमें से छह पश्चिम मिदनापुर में, नौ पुरुलिया में और तीन बांकुरा में थे।राज्य में बाकी चरणों में मतदान 17, 21, 25, 30 अप्रैल और पांच मई को होंगे।