इनेलो विधायकों द्वारा हरियाणा में दिनोंदिन तेजी से फैल रहे कैंसर, हैपेटाइटिस बी और सी की बीमारियों का मुद्दा उठाते हुए दिए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने माना कि प्रदेश में प्रति वर्ष कैंसर के अनुमानित 22430 मामले और 9870 मौत दर्ज होना सम्भावित है। स्वास्थ्य मंत्री ने इनेलो विधायक द्वारा कैंसर व हैपेटाइटिस जैसे गम्भीर और संवेदनशील मामले को उठाने के लिए इनेलो विधायकों की प्रशंसा भी की और सरकार की ओर से इस संबंध में उठाए जा रहे कदमों का भी विस्तार से ब्यौरा दिया।रतिया से इनेलो विधायक दल के उपनेता व पूर्व कृषि मंत्री जसविंदर सिंह संधू, प्रो. रविंद्र सिंह बलियाला, कालांवाली के विधायक बलकौर सिंह, केहर सिंह रावत, नगेंद्र भड़ाना व राजदीप फोगाट द्वारा एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से कैंसर व हैपेटाइटिस बी और सी का मामला उठाया गया था। इनेलो विधायकों का कहना था कि ये बीमारियां प्रदेश में तेजी से पैर पसार रही हंै जो कि प्रदेशवासियों के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम आदमी के इलाज के लिए उचित चिकित्सा प्रबंधों में लापरवाही बरती जा रही है और विभाग को उनके स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है।
इनेलो विधायकों ने कहा कि इन बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई सार्थक प्रयास नहीं किए गए और हररोज कैंसर व अन्य बीमारियों से सैकड़ों मौतें हो रही हैं और हजारों लोग इन बीमारियों से पीडि़त हैं। सरकार इन बीमारियों से गम्भीर से नहीं ले रही और न ही स्वास्थ्य विभाग इसके बारे में लोगों को जागरूक कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के ढुलमुल रवैये से इन बीमारियों के मामलों में आए दिन बढ़ौतरी हो रही है। इनेलो विधायकों ने कहा कि आज हरियाणा के 23 प्रतिशत गांवों में स्वास्थ्य केंद्र नहीं और 17.7 फीसदी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं हैं। इतना ही नहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 58 प्रतिश में स्टाफ के लिए भवन नहीं और 70 फीसदी में महिला चिकित्सक नहीं व 37 फीसदी में मरीजों के लिए बिस्तरों का प्रबंध नहीं है। इसके अलावा प्रदेश में कैंसर की बीमारी के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज का उचित प्रबंध नहीं है जिसके चलते आम लोगों के लिए निजी अस्पतालों में इलाज करवाना उनके बस की बात नहीं है।
इनेलो विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दे के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग व अपघात की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रदेश के मेवात, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर व सिरसा जिलों में लागू किया जा रहा है और कैंसर रोगियों को स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज तथा फालो के लिए जाने हेतू प्रदेश की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा भी दी जा रही है। उन्होंने सरकार द्वारा इस संबंध में उठाए जाने वाले अन्य कदमों का भी विस्तृत ब्यौरा दिया।जसविंदर संधू द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्री धनखड़ ने बताया कि प्रदेश में दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए दो केंद्रीय योजनाएं लागू की गई हैं और कृषि विपणन बोर्ड दलों की खरीद बेच के लिए विभिन्न मार्केट कमेटी के माध्यम से विपणन के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है।