भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर तीखा प्रहार करते हुए उन्हें राजनीति का 'नटवरलाल बताया है जो अपने निजी स्वार्थों के लिए सभी को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी मुख्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कमल शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि नौकरशाह से राजनेता बने 'मफलरमैन अरविंद केजरीवाल दिल्ली में अराजकता फैलाने के बाद पंजाब को उसी आग में झोंकना चाहते हैं। श्री शर्मा ने कहा कि पंजाब की जागरूक जनता केजरीवाल के इन प्रयासों को कभी सफल नहीं होने देगी।भाजपा अध्यक्ष श्री कमल शर्मा ने श्री केजरीवाल को जेएनयू, हरियाणा में आरक्षण के नाम पर हुई हिंसा और पंजाब में आतंकवाद व जरनैल सिंह भिंडरांवाले के मुद्दे पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने को कहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जेएनयू में न केवल राष्ट्रविरोधी नारेबाजी हुई बल्कि आतंकी अफजल गुरु को महिमामंडन करने का प्रयास हुआ परंतु अपने आप को राजनीति का संत कहलाने वाले केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के बावजूद इन अपराधों पर खामोश रहे। वे पंजाब में पांच दिन के दौरे पर हैं और उन्हें लोगों के समक्ष इस विषय पर अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए।हरियाणा में जाट आरक्षण की मांग को लेकर हुई हिंसा पर बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष श्री कमल शर्मा ने कहा कि मूल रूप से हरियाणा वासी होने के बावजूद वे इस मुद्दे पर खामोश रहे। हरियाणा जलता रहा और केजरीवाल ने वहां का दौरा करना तो दूर इस पर एक शब्द बोलना भी गंवारा नहीं समझा।
पंजाब में चले आतंकवाद व जरनैल सिंह भिंडरांवाला के मुद्दे पर केजरीवाल को घेरते हुए भाजपा अध्यक्ष श्री कमल शर्मा ने उनसे पूछा है कि विगत दिनों पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भिंडरांवाला की फोटो के साथ उनके चित्र का पोस्टर भी जारी हुआ था। इससे पंजाब की जनता में भय का महौल पैदा हो गया कि कहीं राष्ट्रविरोधी शक्तियां एक मंच पर तो एकत्रित नहीं हो रहीं। केजरीवाल की पार्टी पंजाब में चुनाव लडऩे की इच्छुक है इसी के चलते राज्य की जनता जानना चाहती है कि खालिस्तान और भिंडरांवाला को लेकर उनका क्या स्टैंड है।
भाजपा अध्यक्ष श्री कमल शर्मा ने कहा कि इन तीन मुद्दों पर केजरीवाल का स्टैंड स्पष्ट होना अति आवश्यक है और इन मुद्दों पर अपनी शर्मनाक चुप्पी तोड़ कर जनता को अपने विचार बताने चाहिएं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पंजाब में अपने आप को मसीहा के रूप में पेश कर रहे हैं जबकि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भी उन्होंने वहां की जनता को चांद सितारे तोड़ कर लाने के वायदे किए थे। उनकी सरकार का एक साल का कार्यकाल बताता है कि वे वहां की जनता से एक भी वायदा पूरा करने में सफल नहीं हुए हैं। अब वही रणनीति पंजाब में अपना रहे हैं परंतु राज्य की जागरुक जनता राजनीति के नटवरलाल की असलीयत से भलिभांति परिचित है और वह उनके किसी झांसे में नहीं आएगी।