केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने गुवाहाटी में राष्ट्रीय सेमिनार और ‘असम कृषि उद्यान मेला’ 2016 में हिस्सा लिया। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि असम और बाकी के पूर्वोत्तर राज्य प्राकृतिक संसाधनों, बेहतरीन जलवायु दशाओं और शिक्षित युवकों की बड़ी संख्या से प्रचुर हैं, जो इस क्षेत्र की भारत की दूसरी हरित क्रांति के लिए उपयुक्त ऊर्जा बन सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में फल, सब्जियां और दूसरे कृषि उत्पाद तो बड़ी मात्रा में पैदा होते ही हैं लेकिन तुलनात्मक फायदों को लेकर दूसरे बागवानी उत्पादों को छोटे पैमाने पर स्थानीय बाजार उपलब्ध कराकर ग्रामीण रोजगार को उभारा जा सकेगा। राधामोहन सिंह ने कहा कि खेतों में नई कृषि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने से ही देश के किसानों को फायदा मिल सकता है। हमारे प्रधानमंत्री ने साफ कहा है कि जब तक हमारे गांव और किसान विकसित नहीं होंगे, देश का विकास संभव नहीं है।