राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ग्रेटर नोएडा में चल रहे ऑटो एक्सपो-2016 में गुरुवार को पहुंचे केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने चालक रहित शटल वाहन की सराहना की और कहा कि यह वाहन भविष्य के लिए काफी उपयोगी साबित होगी, क्योंकि यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है तथा 'मेक इन इंडिया' के लिए भी लाभदायक है। ऑटो एक्सपो में जहां ऑटोमोबाइल की दिग्गज कंपनियां अपने नवीनतम वाहनों को प्रदर्शित कर रही हैं, वहीं गुड़गांव की हाईटेक रोबोटिक सिस्टम्स लिमिटेड ने यहां एक स्वचालित निर्देशित वाहन (एजीवी) का प्रदर्शन किया है। यह देश की पहली चालक रहित शटल वाहन है, जिसका नाम 'नोवस ड्राइव' रखा गया है।इस वाहन में 14 लोगों के बैठने की जगह है।
यह बेहतरीन सेंसर और मजबूत एल्गोरिदम के जरिए दिशा-संकेत देते हुए अपने गंतव्य के मार्ग पर कायम रहता है। यह वाहन पूरी तरह बैटरी चालित है और 100 प्रतिशत पर्यावरण के अनुकूल है। इसमें सुरक्षा के लिए एक आपातकालीन ब्रेक भी लगा है। बाहरी दुनिया से संपर्क बनाए रखने के लिए इसमें 3डी लेजर रडार, जीपीएस/आईएनएस के साथ साथ स्टीरियो कैमरों का उपयोग किया गया है। इस वाहन का पूरा शोध, विकास व निर्माण गुड़गांव में ही किया गया। इस वाहन को मुख्य रूप से टाउनशिप के लिए निर्मित किया गया है। यह आगामी स्मार्ट शहरों के साथ-साथ विश्वविद्यालयों के आतंरिक आवाजाही में, बड़े कार्यालयों के परिसर, बुजुर्ग समुदायों के स्वास्थ्य की देखभाल में, व्यापार मेला और थीम पार्क इत्यादि के लिए सबसे उपयुक्त है।
इस प्रकार की स्वचालित वाहन का भारत में पहली बार निर्माण किया गया है। द हाईटेक रोबोटिक सिस्टम्स लिमिटेड (टीएचआरएएलएल) 2004 में स्थापित किया गया था। यह इंटेलिजेंट सिस्टम, मोबाइल रोबोटिक्स, कृत्रिम बुद्धि और कंप्यूटर विजन के क्षेत्र में भारत की पहली और अग्रणी कंपनी है। इस मौके पर द हाईटेक रोबोटिक सिस्टम्स लिमिटेड के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुज कपूरिया ने कहा, "भारत में इस कंपनी को स्थापित करने के लिए मैंने पीएचडी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। रोबोटिक्स व ऑटोमेशन मेरा जूनून है, इसलिए मैंने इसे अपने पेशा बना लिया। हमने भारत की पहली चालक रहित वाहन का निर्माण किया है जो बड़े परिसरों और टाउनशिप परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।"
वाहन की प्रमुख विशेषताएं :
* पूर्णतया चालक रहित वाहन
* 3डी लेजर रडार, जीपीएस/आईएनएस के साथ साथ स्टीरियो कैमरों का उपयोग
* पूरी तरह बैटरी तंत्र पर चलती है जो कि 100 प्रतिशत पर्यावरण के अनुकूल है
* वाहन में 14 लोगों के बैठने की क्षमता
* एक बेहतरीन सेंसर और मजबूत एल्गोरिदम के जरिए नियंत्रण
* एक बार चार्ज होने पर 150 किलोमीटर चलती है
* सुरक्षा की दृष्टि से एक आपातकालीन ब्रेक भी मौजूद।