5 Dariya News

पुस्तक मेले में बच्चों के लिए रोमांचक गतिविधियां

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नई दिल्ली 13-Jan-2016

प्रगति मैदान में आयोजित नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में बहुत बड़ी संख्या में पुस्तक प्रेमी मेला देखने आ रहे हैं। बुधवार को कार्य दिवस होने के बावजूद पुस्तक प्रेमियों का उत्साह कम नहीं हुआ और वे बड़ी संख्या में मेला देखने आए। मेले में बच्चों के लिए कई रोमांचक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। मेले में बुधवार को पुस्तक प्रेमियों को क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तकों, धार्मिक पुस्तकों, पाठ्य-पुस्तकों, कथा-साहित्य आदि की पुस्तकों की स्टॉलों पर उत्सुकतापूर्वक अपनी मनपसंद पुस्तकें ढूंढते देखा गया। पुस्तक मेले में हॉल सं. 14 में देशभर से आए बाल पुस्तकों के प्रकाशकों के स्टॉल लगे हैं तथा इस हॉल की प्रमुख विशेषता, यहां लगा बाल मंडप है। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा लगाया गया बाल मंडल मेले में आने वाले अनेक पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित कर रहा है। इस मंडप पर एनबीटी द्वारा विभिन्न विद्यालयों, स्वयंसेवी संगठनों तथा इस क्षेत्र में कार्य कर रहे संगठनों के सहयोग से बच्चों द्वारा बच्चों के लिए ही विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। 

यहां बच्चों को अपने प्रिय लेखकों से मिलने, पठन तथा कथावाचन सत्रों में शामिल होने तथा सृजनात्मक लेखक पर आधारित कार्यशालाओं में भाग लेने के अवसर मिल रहे हैं। इस मंडप पर बच्चों के लेखकों, शिक्षकों तथा पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए पैनल चर्चाएं, संगोष्ठियां भी आयोजित की ज रही हैं।यहां चिल्ड्रन फिल्म सोसाइटी द्वारा प्रतिदिन बच्चों के लिए लोकप्रिय फिल्में जैसे अनमोल तस्वीर, आसमान से गिरा, एक अजूबा है.. प्रदर्शित की जा रही हैं। इस मंडप की अन्य प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं - युवा लेखकों को प्रोत्सहित करने के लिए रियाज एकेडमी द्वारा लगाया गया चित्रकारों हेतु कोना, आइएल एंड एफएस द्वारा बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों हेतु बनाया गया ऐसा स्थान जहां शिक्षण-सामग्री की जानकारी दी जा रही है। केयर इंडिया द्वारा बनाया गया स्थान जहां विशेषकर बालिकाओं को शिक्षित करने के विषय पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यहां बना पठन कोना पुस्तक प्रेमियों को पुस्तके पढ़ने के साथ ही, राष्ट्रीय बाल साहित्य केंद्र पुस्तकालय के बारे में जानकारी दे रहा है, जिसमें भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में बाल साहित्य पर आधारित पुस्तकों का संग्रह है।

बाल मंडप पर बुधवार को आयोजित गतिविधियों में शामिल है : फिएप एम्सटईम, नीदरलैंड की निदेशक जिओइआ स्मिद द्वारा एनिमेशन विषय पर आधारित कार्यशाला, प्रथम बुक्स द्वारा प्रकाशित तथा विख्यात बच्चों की लेखिका सुभद्रा सेनगुप्ता द्वारा लिखित मंगू माली और अंबिया पर आधारित प्रहसन प्रस्तुति, बालिका साक्षरता तथा पठन-प्रवृत्ति पर आधारित कार्यक्रम बेटी पढ़े, देश बढ़े साहित्य के माध्यम से साक्षरता विषय पर पैनल चर्चा हुई। थीम मंडप पर भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं तथा साहित्य में प्रतिबंबित भारतीय साहित्य विषय पर पैनल चर्चा आयोजित हुई। यहां उपस्थित वक्ताओं ने महाभारत तथा रामायण जैसे भारतीय महाकाव्यों पर चर्चा की। तनुजा का मत था कि इन महाकाव्यों ने मलयालम साहित्य को अत्यधिक प्रभावित किया है।

चीन मंडप पर जॉन नेसबिट तथा डोरिस नेसबिट द्वारा लिखित ग्लोबल गेम चेंज पर चर्चा आयोजित की गई। यहां उपस्थित लेखकों तथा सेज पब्लिकेशंस के रुद्र नारायण शर्मा द्वारा इस पुस्तक पर चर्चा की गई तथा महत्वपूर्ण विषयों जैसे चीन तथा भारत में आर्थिक और राजनीतिक स्थितियां व सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में उद्यमियों की भूमिका और प्रकाशन उद्योग के बदलते रूझनों पर बातचीत की गई।पुस्तक मेले में बुधवार को अनेक पुस्तकों का लोकार्पण हुआ जिनमें शामिल हैं - बाल कृष्ण गर्ग द्वारा लिखित बाल कृष्ण गर्ग के बाल गीत, एन.के. शर्मा द्वारा लिखी पुस्तक मिरैक्युलस पॉवर ऑफ द सबकॉन्शियस माइंड आदि। मेले में प्रसिद्ध लेखक प्रेमचंद व हिंदी साहित्य जैसे विभिन्न विषयों पर आधारित पैनल चर्चाओं तथा कवि सम्मेलन जैसे साहित्यक गतिविधियों ने पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित किया।