5 Dariya News

तृणमूल और भाजपा में गुप्त समझौता : वंदा करात

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कोलकाता 27-Dec-2015

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों के बीच गुप्त समझौता है। माकपा ने लोगों का आह्वान किया कि वे देश में वामपंथी शक्तियों को मजबूत करें। यहां ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य वंदा करात ने कहा, "सांप्रदायिक भाजपा और आरएसएस देश को जोड़ने के लिए नहीं बल्कि तोड़ने के लिए जाने जाते हैं। हम इन्हें एक इंच भी नहीं सौपेंगे। 

तृणमूल और भाजपा बाहर से दिखाने के लिए झगड़ते हैं लेकिन अंदर से दोनों दोस्त हैं।"वृंदा ने कहा, "एक ऐसे समय में जब मोदी सरकार सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश में लगी हुई है, हमें पश्चिम बंगाल से एक मजबूत आवाज की जरूरत है। यह केवल वामपंथ की अकेले की लड़ाई नहीं है बल्कि बंगाल की, पूरे देश की लड़ाई है।"उन्होंने कहा, "जब दादरी में आदमी की हत्या के खिलाफ, हरियाणा में दलित बच्चों की हत्या के खिलाफ पूरा देश विरोध जता रहा था, तृणमूल के सांसद कहीं दिख नहीं रहे थे। 

कहां थे वे? वे शारदा (चिटफंड) घोटाले के सिलसिले में या तो जेल में थे या बेल (जमानत) पर थे।"वृंदा ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद पश्चिम बंगाल महिलाओं के साथ अपराध के मामले में देश में सबसे आगे है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दुष्कर्म की घटनाओं पर असंवेदनशील बयान देती हैं।पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने तृणमूल सरकार और मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए देश और पश्चिम बंगाल के हित के लिए तृणमूल और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया।

पार्टी महसचिव सीताराम येचुरी और अन्य पोलित ब्यूरो सदस्यों की मौजूदगी में रैली की अध्यक्षता करते हुए भट्टाचार्य ने पश्चिम बंगाल में 2016 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वाममोर्चे का समर्थन करने का आह्वान किया। रैली में आए जनसैलाब की तरफ से मिल रहे समर्थन के बीच भट्टाचार्य ने कहा, "देश की स्थिति अच्छी नहीं है। भाजपा जहर फैला रही है। देश इससे तबाह हो जाएगा। भाजपा लोगों की रोटी छीन रही है। हमें भाजपा को हटाना होगा। इसलिए इस रैली से पहला नारा यही निकलना चाहिए कि भाजपा हटाओ-देश बचाओ।"भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल सरकार की नीतियों की वजह से राज्य तबाही की कगार पर पहुंच गया है। किसी का कोई भविष्य नहीं है। उद्योग-धंधे लग नहीं रहे हैं। राज्य के हित में तृणमूल सरकार को हटाना होगा। उन्होंने नारा दिया, तृणमूल हटाओ-देश बचाओ।