5 Dariya News

देश में २००० करोड़ रुपये की लागत से ४२ मैगाफूड पार्क स्थापित किये जायेंगे-बीबी हरसिमरत कौर बादल

फाजिल्का के बाद अब लुधियाना और कपूरथला में भी मैगा फूड पार्क होंगे स्थापित

5 Dariya News

डेराबस्सी 19-Dec-2015

देश में 2,000 करोड़ रुपये की लागत से ४२ मैगाफूड पार्क स्थापित किये जायेंगे और इनमें से ५ मैगा फूड पार्क बनाये जा चुके हैं जिनमें से एक पंजाब का फाजिल्का में बनाया गया मैगा फूड पार्क भी शामिल है जबकि लुधियाना और कपूरथला में मैगाफूड स्थापित करने का कार्य आगामी २ वर्षो में संपूर्ण कर लिया जायेगा। इन विचारों का प्रगटावा केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बीबी हरसिमरत कौर बादल ने डेराबस्सी के समीप गांव बेहड़ा में एल एम थापर स्कूल ऑफ मैनेज़मैंट थापर विश्वविद्यालय-डेराबस्सी कैंपस में सैंटर फॉर लर्निन्ग रिसोर्स डिवेल्पमैंट का औपचारिक उद्घाटन करने के पश्चात पंजाब में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के विषय पर करवाई गई विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुये किया। उन्होंने इस अवसर पर मौजूद मुख्य संसदीय सचिव उद्योग एवं वाणिज्य विभाग एवं क्षेत्र विधायक श्री एनके शर्मा की मांग पर लालडू में भी मैगा फूड पार्क स्थापित करने के लिए अपनी सहमति दे दी। 

केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर बोलते हुये कहा कि मैगा फूड पार्को में जहां उत्पादन, प्रौसेसिंग प्लांट, कोल्ड स्टोर, कुलैक्शन सैंटर, परिवहन आदि की व्यवस्था होगी वहीं मैगा फूड पार्क स्थापित होने वाले क्षेत्र में किसानों को उनके उत्पादन के  वाजिब मूल्य मिलेंगे और एक मैगा फूड पार्क में जहां ३०,००० व्यक्तियों को सीधा रोजगार मिलेगा वहीं १ लाख व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मुहैया होता है। उन्होंने कहा कि देश में अन्न की बर्बादी को केवल खाद्य प्रसंस्करण ही समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह देश में खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देकर अन्न की वेस्टेज़ को ० प्रतिशत करना चाहती हैं। जिस लिए बड़े स्तर पर प्रयास किये जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि हमारी रिवायती फसलें गेंहू और धान अब लाभप्रद नही रहीं चाहे पंजाब के मेहनती किसानों ने देश को अनाज पक्ष से आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपनी कठोर परिश्रम करना पड़ा परंतु उनको उनके उत्पादन के सही मूल्य नही मिले। जिस कारण किसान को आर्थिक मंदहाली का शिकार होना पड़ा। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को अब रिवायती फसलों की बजाये लाभप्रद फसलें फल, फूल, सब्जियां आदि की काश्त करनी चाहिए जिससे उनकी आय में बढ़ौतरी होगी। 

बीबी हरसिमतर बादल ने आगे कहा कि पंजाब के किसानों को फसली विविधता अपनानी चाहिए जिसके लिए पंजाब सरकार भी विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री पंजाब स. सुखबीर सिंह बादल के प्रयासों स्वरूप केंद्र सरकार ने मक्की से ईधन (इथोनोल) बनाने की स्वीकृति दे दी है जिससे राज्य में मक्की की फसल का रकबा बढ़ेगा और किसानों को मक्की की फसला का सही मूल्य मिल सकेगा। बीबी बादल ने कहा कि आज देश के लिए खाद्य सुरक्षा बड़ी चुनौती है और हमें अन्न की बर्बादी घटाने के लिए प्रसंस्करण बढ़ाना पड़ेगा। उन्होंने इस अवसर पर हवा पानी को बचाने की बात करते हुये कहा कि किसानों को फसलों का बेस्टमैटिरियल को जलाने की रोक पर गांव स्तर पर जागरूकता अभियान आरंभ करने की आवश्यकता है ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। उन्होंने  वैज्ञानिकों को इसका उचित बदल ढूंढने का न्यौता भी दिया। उन्होंने बताया कि पंजाब में नन्ही छांव मुहिम तहत ३० लाख वृक्ष लगाए जा चुके हैं ताकि हमारा वातावरण स्वच्छ हो सके और इस मुहिम को राज्यभर में बड़ा प्रोत्साहन मिल रहा है।

सैमिनार को सम्बोधित करते चेयरमैन पंजाब स्टेट फार्मज़ आयोग और पूर्व वाईस चांसलर पंजाब कृषि विश्वविद्यालय डा. जी एस कालकट ने भूजल की दिन-प्रतिदिन घट रही सतह पर चिंत जाहिर करते राज्य के किसानों को फल, फूल और सब्जियों की काश्त करने की आवश्यकता पर बल दिया और किसानों को मार्किटिंग की दरपेश समस्याओं का उचित हल और प्रत्येक जिले में कुलैक्षन सैंटर बनाने की आवश्यकता पर जोर देने के अतिरिक्त सब्जियां, फलों, फूलों की खोज के लिए कृषि विश्वविद्यालय में डैडीकेटिड स्टाफ होने की आवश्यकता पर बल दिया। सैमिनार को सी ई ओ बॉयो तकनालोजी इंक्यूबेटर, पंजाब श्री एस एस मरवाहा, डायरैक्टर पंजाब एग्रो फूड लिमिटड श्री एस एस बराड़, मुखी बॉयो तकनालोजी विभाग और कार्यकारी निदेशक एस टी ई पी थापर यूनिवर्सिटी पटियाला डा. दिनेश गोयल, श्री प्रणव गोयल, डा. पदम कुमार नैयर, डा. डीरैक लेहमबरग और डा. एम कंचन ने भी सम्बोधन किया। इससे पहले बीबी हरसिमरत कौर बादल ने श्री एल एम थापर की ८५वीं जन्म वर्षगांठ पर स्पैशल कवर भी रिलीज किया।इस अवसर पर डिप्टी कमिश्रर श्रीमती तनु कश्यप, जिला पुलिस मुखी श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्रर श्रीमती पुनमदीप कौर, एस डी एम श्री शिव कुमार, नगर काऊंसिल डेराबस्सी के प्रधान श्री भूपिंदर सैणी, नगर काऊंसिल जीरकपुर के प्रधान श्री कुलविंदर सिंह सोही समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।