5 Dariya News

विरासते ए खालसा राज्य का सबसे मकबूल पर्यटन केन्द्र बना-सोहन सिंह ठंडल

विश्व स्तरीय यादगार को अब तक 62 लाख सैलानियों ने देखा,प्रत्येक शनिवार और रविवार को तीस हजार से अधिक सैलानियो की होती है आमद

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चंडीगढ़ 26-Nov-2015

श्री आंनदपुर साहिब में बना विरासते ए खालसा राज्य का सबसे अधिक मकबूल सैलानी केन्द्र बन गया है। जिसको देखने के लिए बडी संख्या में यात्री दूर दूर से आते है यह बात पर्यटन व सांस्कृतिक मामले मंत्री स. सोहन सिंह ठंडल ने आज यहां जारी प्रैस बयान द्वारा कही।ठंडल ने कहा कि 4 वर्ष पहले बने इस अजूबे की मकबूलियत का अंदाजा इन तथ्यों से लगाया जा सकता है कि अब तक 62 लाख सैलानी इसके दर्शन कर चुके है। इस विश्व स्तरीय यादगार को देखने के लिए केवल दो दिन शनिवार और रविवार को ही लगभग तीस हजार यात्री पहुचते है।पर्यटन मंत्री ने बताया कि उनके विभाग द्वारा विरासते खालसा का पहला पड़ाव 25 नंवबर 2011 को बनाकर पूरा किया गया था उन्होने बताया कि 100 एकड़ क्षेत्र में बनाये इस प्रोजैक्ट मे कुल 27 नुमाईश गैलरिया, जिन में 500 वर्षो के सिक्ख विरसे को दर्शाया जाना है इस में विश्व स्तर की सभी सुविधाए होगी और इस कम्लैक्स को सिक्ख विरासत का प्रमुख केन्द्र बनाया जाना है उन्होने बताया कि कुल 27 गैलरियों में से 14 गैलरियों को काम पूरा होने के बाद इस पहले पडाव का उदघाटन 4 वर्ष पहले मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने किया था। उन्होने कहा कि शेष रहती 13 गैलरियों को काम शुरू किया हुआ है जिनका काम निश्चित समय की तिथि तीस जून 2016 तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा।स. ठंडल ने बताया कि पहले इस प्रोजैक्ट की अनुमानित लागत 224 करोड़ रूपये थी जोकि नई तकनीक का प्रयोग करते हुये अब 327.20 करोड रूपये हो गई है। यह वृद्धि विश्व स्तर की नई तकनीकों को प्रयोग किये जाने के कारण हुई है। प्रोजैक्ट की कुल लागत के विरूद्ध अब तक 278.64 करोड़ रूपये की राशि हो गई है और बाकी की राशि दूसरे पडा़व की पूर्ति पर खर्च की जाएगी।