5 Dariya News

दार्जिलिंग भूस्खलन : राहत अभियान जारी, रिजिजू ने किया दौरा

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सिलीगुड़ी/कोलकाता (पश्चिम बंगाल) 02-Jul-2015

पश्चिम बंगाल के भूस्खलन प्रभावित दार्जिलिंग में राहत एवं बचाव कार्य जहां जारी है, वहीं केंद्र तथा राज्य सरकार भी प्रभावितों से मिल रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी और बताया कि भूस्खलन में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं।केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिन में प्रभावित इलाके का दौरा किया और लोगों को सहायता तथा पुनर्वास का भरोसा दिलाया।रिजिजू ने कहा, "हमारी प्राथमिकता प्रभावी राहत अभियान चलाना है। हम वह करेंगे जो अनिवार्य है। हमें राज्य सरकार के साथ काम करना है।'

राज्य मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर बुधवार को इस क्षेत्र में पहुंचे।उन्होंने कहा, "सरकार सभी निवासियों को क्षति के लिए राहत पहुंचाएगी। हम राजमार्ग बनाने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन हमें इसके क्रियान्वयन से पहले विस्तृत चर्चा करनी है।"राज्य प्रशासन ने 30 शवों के प्राप्त होने की पुष्टि की है, जबकि अभी भी 10 से अधिक लोग लापता हैं।जिला के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी अनिंद्य सरकार ने कहा, "बुधवार तक 30 शव बरामद हुए हैं।"राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, सशस्त्र सीमा बल और राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन बल को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। सेना ने भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए दो कार्य बल तैनात किए हैं। 

कोलकाता में रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सेना की टीम के पास राहत सामग्रियों में नाव और लाइफ जैकेट हैं। टीम को बुधवार से ही जलपाईगुड़ी जिले में भेजा गया है, जो लगातार हो रही भारी बारिश तथा तीस्ता बैराज से छोड़ी जा रही पानी से जलप्लवित हो रहा है।मंगलवार से लगातार हो रही बारिश के कारण जलपाईगुड़ी जिले का बड़ा हिस्सा जलप्लवित हो गया है, जिससे पांच हजार लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने जाने के कारण रेड अलर्ट जारी किया है। स्थानीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे भी भारी बारिश होने के आसार जताए हैं।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बुधवार रात से इलाके में मौजूद हैं और उन्होंने गुरुवार को राहत शिविरों का दौरा किया।

राज्य सरकार ने सामुदायिक रसोई स्थापित की है, वहीं ममता का कहना है कि केंद्र सरकार से अपील की गई है कि वह भारतीय भूगर्भीय सर्वेक्षण (जीएसआई) को मिरिक इलाके का विशेष सर्वेक्षण के आदेश दे, जहां सबसे अधिक 22 लोगों की मौत हो गई है।मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, "राहत सामग्री बंटवाई और उन सामुदायिक केंद्रों का दौरा किया, जहां प्रभावित परिवारों को रखा गया है। मैंने सबसे अधिक प्रभावित इलाके का दौरा किया और प्रभावित लोगों तथा उनके परिजनों से मुलाकात की।"मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को चेक सौंपा। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 1.25 लाख रुपये देने की घोषणा की।केंद्र सरकार के साथ-साथ पहाड़ी स्वायत्त परिषद, गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन ने मुआवजे के रूप में दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है।