5 Dariya News

सूखे से निपटने के लिये किरण चौधरी ने दिये भाजपा सरकार को सुझाव

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चंडीगढ़ 15-Jun-2015

प्रदेश में लगातार दूसरी बार सूखे की चपेट में आने की आशंका होने के कारण और पहले से ही बिन मौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण परेशान किसानों के लियेचिंतित, हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की नेता श्रीमती किरण चौधरी ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर को इस विषय पर तत्काल कदम सुनिश्चित करने के लियेपत्र लिखा है।रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए उन्होंने अपने पत्र में किसानों को सूखे से बचाने के लिये कुछ सुझाव दिये हैं जिनसे भाजपा सरकार आने वाले समय मेंकिसानों की मदद कर सकती है।मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष दूसरी बार मानसून केवल 88 फीसदी होने के कारण और खासतौर पर उत्तरी भारत में, जिसमें पंजाब, हरियाणा पर सबसे ज्यादाअसर होगा।कांग्रेस नेता ने अपने पत्र में इस विषय पर खेद व्यक्त करते हुए लिखा कि इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार ने अब तक न तो कोई बैठक आयोजित की गई है और न ही इससमस्या के समाधान के लिये कोई योजना बनाई गई है और साथ ही जोर दिया कि सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे और ठोस योजना तैयार करे।

चौधरी ने लिखा कि राज्य सरकार प्रदेश के हित के लिये केवल फसलों को ही बचाने के प्रयास न करे इसके साथ साथ आजीविका की सुरक्षा का भी उद्देश्य बनाये।पत्र में अपने सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि  सरकार को राज्य के सूखे क्षेत्रों के छोटे और गरीब किसानों को इस समस्या से बचाने के लिये उन्हें अपनी आजीविका केलिये वैकल्पिक स्त्रोतों की जानकारी देनी चाहिये और उनकी मदद के लिये हर संभव प्रयास करने चाहिये। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को अपने पत्र में बताया कि किसानधान और अन्य खरीफ फसलें बीज रहे हैं जिसके लिये उन्हें पर्याप्त बिजली की आवश्यकता होगी इस कारण सरकार को किसानों के लिये बिजली की आपूर्तिसुनिश्चित करनी चाहिये चाहे वह उच्च दरों पर ही खरीदनी हो। उन्होंने बताया यदि अन्य राज्य इस ओर कदम उठा सकते हैं तो हरियाणा को भी कुछ ठोस प्रयासकरने होंगे।

अपने सुझाव देते हुए चौधरी ने लिखा कि भाजपा सरकार को प्रदेश के किसानों को बताना चाहिये कि सूखे की स्थिति में उन्हें कौन सी फसलें लगानी चाहियें औररियायती बिजली दरों और बीजों का प्रावधान करना चाहिये। उन्होंने अपने पत्र में बताया कि किसानों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये बैंकों को उन्हें सस्ती दरों परसूखा ऋण देना चाहिये, जो कि बहुत ही मददगार साबित होगा। और अपने पत्र के अंत में उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी इस विषय मेंव्यक्तिगत रुचि लेंगे और दूसरे वर्ष राज्य को सूखे के प्रकोप से बचाने के लिये इन सुझावों पर जरूर ध्यान देंगे।