5 Dariya News

धार्मिक दर्शन यात्रा का बटाला शहर में पहुंचने पर संगत ने फूलों की वर्षा कर किया स्वागत

हजारों की संख्या में संगत ने गुरू साहिबान की पवित्र निशानियों के किए दर्शन

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बटाला 25-May-2015

प्रसिद्ध धार्मिक और ऐतिहासिक नगर बटाला में बीती देर रात पहुंची धार्मिक दर्शन यात्रा का हजारों की संख्या में मौजूद संगत ने जयकारों की गूंज और फूलों की वर्षा कर जोरदार स्वागत किया है। बटाला शहर में संगत की तरफ से यात्रा के मार्ग को विशेष तौर पर सजाने के साथ सारे रास्ते को रंग -बिरंगी रोशनियों से जगमगा दिया।पूर्व विधायक लखबीर सिंह लोधीनंगल के  नेतृत्व में बटाला की संगत ने धार्मिक दर्शन यात्रा को बटाला शहर में सुस्वागतम कहा और हजारों संगत के सैलाब ने देर रात तक गुरू साहिबान की पवित्र निशानियों के दर्शन किए। यात्रा का रात का ठहराव बटाला की गुरू नानक अकादमी में किया गया। वहीं आज सुबह से बटाला शहर और आस पास के गांवों से पहुंची संगत ने विशेष बस में सुशोभित गुरू साहिबान की पवित्र निशानियों के दर्शन किए और नाम वाणी का जाप किया। प्रात:काल गुरू नानक अकादमी में पंजाब पुलिस के जवानों ने पवित्र पालकी साहब को सलामी भेंट की। 

इस मौके  जिला जत्थेदार श्री सुच्चा सिंह लंगाह, पूर्व विधायक श्री लखबीर सिंह लोधीनंगल, सदस्य शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक समिति जत्थेदार गुरिन्दरपाल सिंह गोरा, सदस्य एसजीपीसी जत्थेदार गुरनाम सिंह जल्लस, पूर्व मंत्री कैप्टन बलबीर सिंह बाठ, चेयरमैन सुखबीर सिंह वाहला की तरफ से पांच प्यारे साहिबान और यात्रा के साथ आए प्रबंधकों का सिरपा पहना कर सम्मानित किया। इसके बाद गुरू साहब आगे अरदास कर धार्मिक दर्शन यात्रा बटाला से अपने अगले पड़ाव श्री हरगोबिन्दपुर के लिए रवाना हो गई। बटाला में धार्मिक दर्शन यात्रा दौरान गुरू साहिबान की पवित्र निशानियों के दर्शन करने संगत में भारी उत्साह देखा गया और लोग देर रात तक सड़क किनारे खड़े बहुत श्रद्धा के साथ यात्रा का इंतजार करते रहे। शहर में जहां से भी यात्रा गुजरी बड़ी संख्या में संगत ने फूलों की वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। संगत ने शहर में जगह -जगह ठंडे मीठे जल की छबीलें, गुरू कर लंगर अटूट वितरित किए। 

यात्रा के आगे -आगे पंजाब पुलिस के घुड़सवार जवान और मोटरसाइकिल जवान चल रहे थे और यात्रा दौरान पुलिस की तरफ से सुरक्षा के भी सख्त इंतजाम किये हुए थे। इसी दौरान अकाली नेता श्री मंगल सिंह बटाला, मास्टर जोगिंदर सिंह अच्चली गेट, मैनेजर गुरुद्वारा कंध  साहब श्री गुरतिन्दरपाल सिंह मांटू, श्री नरिन्दर सिंह सेखवां, श्री जोगिंदर सिंह थरीएवाल, श्री इकबाल सिंह सहमी, प्रधान लखविन्दर सिंह घुममण, पूर्व चेयरमैन हरभजन सिंह तूर के  अलावा बड़ी संख्या में शहर के धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक हस्तियां उपस्थित रही।

पवित्र निशानियों में शामिल हैं

बटाला शहर की संगत गुरू साहिबान की पवित्र निशानियों के दर्शन कर खुद को बहुत भाग्यशाली समझ रही हैं और संगत ने इस प्रयास के पंजाब सरकार और शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का धन्यवाद किया है। यहां यह भी देखने को मिला कि बडी उम्र के लोगों के साथ नौजवानों और बच्चों में भी गुरू साहिबान की निशानियां देखने प्रति बेहद उत्साह था और नौजवान और बच्चे बड़े ध्यान से इन निशानियों को देख रहे थे। श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की पवित्र निशानियों में तीन तलवारें, कंघा सहित केश, एक दस्तार, एक चोला, एक चाबूक, पांच तीर, एक श्री साहिब(तीन इंच छोटी कृपान), लकड़ी का भाला, स्टील का छोटा भाला ,एक श्री साहिब (बड़ी कृपाण), एक श्री साहिब जिस पर सत श्री अकाल गुरू तेगबहादुर, 1713 सम्वत (1656)अंकित है, के दर्शन संगतों को करवाये जाएगें। इसके अतिरिक्त गुरू गोबिंद जी की हस्त लिखित वाणी के भी संगत को दर्शन होंगे। 

संगत की सुविधा के लिए विशेष बस के इर्द गिर्द 13 स्क्रीन लगाई गई हैं जिससे रात के समय में भी इन पवित्र निशानियों और इसके इतिहास पर बनी फिल्म देख सकें। पंजाब सरकार और श्री गुरूद्वारा प्रंबधक कमेटी द्वारा खालसा पंथ के संस्थापक की पवित्र निशानियों के दर्शन समूचे पंजाब के प्रत्येक कोने में संगतों को करवाने का महान प्रयत्न शुरू किया गया है क्योंकि यह पवित्र निशानियां गुरू जी द्वारा तत्कालीन कट्टर हाकिमों  की अन्याय पूर्ण, दमनकारी और धार्मिक अत्याचार , विरूद्ध शूरवीरता से लड़ी जंग के सूचक है। ये निशानियां शिरोमणि कमेटी द्वारा विशेषतौर पर तैयार किये 33 फुट लम्बे वाहन (बस)में पवित्र निशानियां सजाई गई हैं।