5 Dariya News

मंगोलिया, भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का अभिन्न अंग : नरेंद्र मोदी

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उलान बटोर 17-May-2015

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां रविवार को कहा कि मंगोलिया, भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का अभिन्न अंग है। उन्होंने मंगोलिया को आधारभूत संरचनाओं से जुड़ी परियोजनाओं के लिए एक अरब डॉलर की धनराशि ऋण देने की भी घोषणा की।मोदी ने प्रधानमंत्री चिमद सेखानबिलग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद यहां कहा कि दोनों देश अपने द्विपक्षीय संबंधों और कूटनीतिक साझेदारी को बढ़ाने के लिए सहमत हैं।दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में 14 समझौतों पर हस्ताक्षर किए।मोदी ने कहा कि ये समझौते सीमा सुरक्षा एवं साइबर सुरक्षा में आपसी सहयोग को मजबूती प्रदान करेंगे।उन्होंने कहा, "हम एक दूसरे के रक्षा अभ्यासों में हिस्सा लेना जारी रखेंगे।"

उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देश संबंधों के एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़े हैं और साझेदारी के नए युग की शुरुआत कर रहे हैं।मोदी ने कहा कि दोनों देश एशिया-प्रशांत क्षेत्र के भविष्य से भी करीब से जुड़े हैं।उन्होंने कहा, "हम क्षेत्र में शांति स्थापित करने, स्थिरता और समृद्धि लाने की दिशा में साथ काम कर सकते हैं।"मोदी ने कहा, "मैं यहां हमारे कालातीत रिश्ते के सम्मान में मौजूद हूं। आप हमें अपना तीसरा पड़ोसी और आध्यात्मिक पड़ोसी कहते है। हम इस सम्मान के साथ जुड़ी सभी उत्तरदायित्वों को हमेशा पूरा करेंगे।"मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक क्षेत्र, विकास साझेदारी, रक्षा, सुरक्षा और जनता के बीच मित्रता जैसे कई क्षेत्रों में हुए समझौते हमारे रिश्ते की मजबूती और गहराई को दर्शाते हैं।उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देश अपनी आर्थिक साझेदारी को नई ऊंचाई तक ले जाएंगे।

मोदी ने कहा कि मंगोलिया के दौरे पर एसे वक्त आना उनके लिए सम्मान की बात है, जब यह देश लोकतंत्र का 25वां साल मना रहा है और दोनों देश अपने कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मंगोलिया की संसद का उनकी मेहमाननवाजी का निर्णय भारत के लिए गौरव और सम्मान की बात है।मोदी ने कहा कि सुबह गंदन मठ का दौरा भारत की जनता की मित्रता का प्रतीक है। उन्होंने मठ को बोधि वृक्ष का पौधा उपहार स्वरूप भेंट किया।उन्होंने कहा कि असैन्य परमाणु एवं खनन के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। मंगोलिया के प्रधानमंत्री चिमद सेखानबिलग ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा, "भारत हमारा तीसरा और आध्यात्मिक पड़ोसी देश है और हमारे बीच मजबूत संबंध हैं।"उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय, अंतर्राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की।सेखानबिलग ने कहा, "बातचीत के दौरान हम अपने द्विपक्षीय संबंध को कूटनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने के लिए सहमत हुए।"उन्होंने कहा कि दोनों देश संयुक्त निवेश कोष की स्थापना के लिए भी सहमत हुए।मंगोलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि भारतीय एवं मंगोलियाई कंपनियां निजी सार्वजनिक भागीदारी में सहयोग करेंगी और मंगोलियाई निजी क्षेत्र में निवेश करेंगी।