5 Dariya News

युग विज्ञान और प्रौद्योगिकी का युग है : प्रकाश सिंह बादल

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फगवाड़ा 20-Apr-2015

लवली प्रौफै शनल यूनीवर्सिटी, फगवाड़ा में हुई चौथी कनवौकेशन को संबोधन करते हुये प्रकाश सिंह बादल,मुख्यमंत्री मंत्री पंजाब ने नौजवानों को आह्वान किया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को दुनिया का अग्रणीय देश बनाने के लिए पूरी लगन से मेहनत करें।मुख्यमंत्री पंजाब ने नवयुवकों के बड़े समूह को संबोधित करते हुये कहा कि हमारे देश का भाग्य अच्छा है कि देश को श्री नरेंद्र मोदी जैसा दूरदर्शी और गतिशील प्रधानमंत्री मिला है जिसने देश को प्रत्येक क्षेत्र में 1 नंबर बनाने का सपना सजोया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना साकार करने के लिए देश के लोगों का विशेषकर देश के नवयुवकों के  सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सपने की पूर्ति के  लिए देश की विकास दर बढ़ानी होगी और यह केवल हम सभी के लिए सभी के संयुक्त प्रयासों से ही संभव हो सकता है। 

मुख्यमंत्री ने आज का युग विज्ञान और प्रौद्योगिकी का युग है। इसलिए आज के समय अच्छे परिणामों की प्राप्ति के लिए नवयुवकों को व्यवसायिक मुखी शिक्षा देने की जरूरत है। उनहोंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि नवयुवकों को आत्मनिर्भर होने के लिए लाभदायक रोजगार के अवसर मुहैया करवाये जायें। स. बादल ने कहा कि नवयुवकों को विश्व स्तर की व्यवसायिक मुखी शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य में स्किल सैंटर खोलने का फैसला लिया गया है ताकि नवयुवक विभिन्न व्यवसायों में निपुणता हासिल कर अपनी रोजी रोटी कमा  सकें। इस प्रकार पंजाब के उद्योग को भी हुनरमंद श्रमिक मिल सकेंगे। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सैंटर पंजाब स्टेट स्किल डिवेल्पमैंट -मिशन अधीन स्थापित किये जायेंगे और इनसे प्रशिक्षण प्राप्त कर नवयुवक अपना भाग्य बदलने के सक्षम हो सकेंगे। स. बादल ने कहा कि उन्होंने नवयुवकों को व्यवसायिक मुखी शिक्षा देने के लिए स्किल सैँटरों की स्थापना के लिए राज्य के उद्योगपत्तियों से बातचीत की है। उन्होंने बतायाकि समय की मांग है कि पंजाब को देश का अग्रणीय राज्य बनाने के लिए नवयुवकों में विज्ञान के प्रति रूचि पैदा की जाये। पंजाब सरकार की शिक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार नवयुवकों को ग्लोबल चुनौतियों का सामना करने के सक्षम बनाने हेतू गुणात्मक शिक्षा मुहैया करने के लिए प्रयासरत हैं। उनहोंने बताया कि पंजाब सरकार की ठोस नीतियों के कारण शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब अग्रणीय राज्य बना है। उनहोंने यह भी बताया कि राज्य विद्यार्थीयों को विश्व स्तर की शिक्षा देने में कोई कसर शेष नही छोड़ी जायेगी। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गुणात्मक शिक्षा देने के किए गये प्रयासों स्वरूप पंजाब में आई आई टी और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस जैसी संस्थान स्थापित किये गये हैं जिससे राज्य  की शिक्षा को बड़ा प्रौत्साहन मिलेगा। उनहोंने बताया कि राज्य में 12 नये विश्वविद्यालय और 19 डिग्री कालेज स्थापित किये गये हैं। उनहोंने यह भी बताया कि मालवा क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बठिंडा में महाराजा रणजीत सिंह तकनीकी विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कमज़ोर वर्गो के बच्चों को गुणात्मक शिक्षा देने के  प्रयास किये गये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के साथ-साथ आर्थिक तौर पर कमज़ोर परिवारों के होनहार विद्यार्थीयों को गुणात्मक शिक्षा देने के उद्धेश्य से 6 नये स्कूल खोले गये हैं जिनमें कमज़ोर वर्ग के उन विद्यार्थीयों को शिक्षा दी जायेगी। जिन्होंने सरकारी स्कूलों में 10 कक्षा में 80 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त किये होंगे। स. बादल ने बताया कि सरकार द्वारा इन विद्यार्थीयों को निशुल्क शिक्षा के साथ निशुल्क रिहायश और खाने की भी सुविधा दी जायेगी। 

लवली प्रौफेशनल यूनीवर्सिटी की चौथी कनवोकेशन के अवसर पर पंजाब के राज्यपाल प्रौ. कप्तान सिंह सौलंकी ने विद्यार्थीयों, अध्यापकों और फै क्लटी सदस्यों को संबोधित करते हुये सकारात्मक शिक्षा तथा अनुसंधान पर बल देते हुये कहा ता कि  पंजाबी नवयुवक राष्ट्र के विकास में हिस्सा डालने के लिए दरपेश चुनौतियों का सामना कर सकें। उन्होंने भारत के नवयुवकों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने के लिए एल पी यू की प्रशंसा की। उन्होंने सभी संस्थानों को हर प्रकार की शिक्षा, शोध और कंसलटैंसी प्रदान करने के लिए कहा। उनहोंने विद्यार्थीयों को आज के प्रतियोगिता वाले युग में अपनी योग्यता और आत्मविशवास को बढ़ाने के लिए कहा। 

उन्होंने कहा कि लवली प्रौफेशनल यूनीवर्सिटी, पंजाब  और अन्य राज्यों के विद्यार्थीयों को संपूर्ण, साकारत्मक और उचित शिक्षा प्रदान करने में अपना बहुमूल्य योगदान डाल रही है। उन्होंने साकारत्मक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक तकनीक अपनाने पर बल दिया। इस अवसर पर श्री बरजिंदर सिंह हमदर्द एडीटर इन चीफ रोजाना अजीत, श्री अशोक मित्तल, चांसलर लवली प्रौफेशनल यूनीवर्सिटी, श्रीमती रशमी मित्तल, प्रौ चांसलर लवली प्रौफेशनल यूनीवर्सिटी श्री रमेश मित्तल, श्री नरेश मित्तल, वाइस चेयरमैन और डॉ. रमेश्वर कंवर उपकुलपति भी उपस्थित थे।