विहिप ने की धर्मातरण रोधी कानून की मांग
5 दरिया न्यूज
कोलकाता 20-Dec-2014
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने शनिवार को विपक्ष पर संसद में गतिरोध पैदा करने का आरोप लगाते हुए धर्मातरण रोधी कानून की मांग की। विहिप के स्वर्ण जयंती समारोह के तहत आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए तोगड़िया ने ममता बनर्जी सरकार पर हिंदुओं की कीमत पर अल्पसंख्यकों को लुभाने की कोशिश का आरोप लगाया और बांग्लादेश की तरफ से होने वाली घुसपैठ को समाप्त करने की मांग की। तोगड़िया ने कहा, "जो आगरा के मुद्दे पर संसद में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं, वे गैर राष्ट्रीय और गैर-हिंदू हैं। अगर वे धर्मातरण के इतने ही खिलाफ हैं तो फिर धर्मातरण रोधी कानूनी पास क्यों न किया जाए।"
समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए तोगड़िया ने कहा, "मुलायमजी आप गैर-राष्ट्रीय रुख अपनाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अगर आप धर्मातरण के खिलाफ कानून लाने का प्रयास करेंगे, हम आपका समर्थन करेंगे।"उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठ को सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए उन बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए नागरिकता की मांग की, जिनके साथ अत्याचार हो रहा है तथा पड़ोसी देश से भगाया जा रहा है। तोगड़िया ने कहा, "ममताजी आरक्षण की मांग करते हुए अल्पसंख्यकों को लुभा रही हैं और इमामों को मानदेय दे रही हैं। मैं उनसे पूछता हूं कि बेरोजगारों ने क्या गलत किया है? उन्हें कोई अनुदान क्यों नहीं दिया जा रहा?"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने भी धर्मातरण रोधी कानून की मांग की। भागवत ने हिंदुओं से देश के लिए एक होने का आह्वान करते हुए कहा, "हर कोई अब धर्मातरण की बात कर रहा है। अगर हर कोई इसका इतना ही विरोध कर रहा है, तो इसके लिए एक कानून क्यों नहीं पारित किया जाता।"