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कश्मीर में ठंड व बहिष्कार के आह्वान बीच 58 फीसदी मतदान

5 दरिया न्यूज

श्रीनगर 09-Dec-2014

कड़कड़ाती ठंड तथा चुनावी बहिष्कार के अलगाववादियों के आह्वान को दरकिनार कर कश्मीर के मतदाताओं ने मंगलवार को तीसरे चरण के तहत हो रहे मतदान में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। राज्य की 16 सीटों पर 58 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमंग नरूला ने कहा, "16 सीटों पर शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ। लगभग 58 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अंतिम आंकड़े आने के बाद इसमें बढ़ोतरी हो सकती है।"उन्होंने कहा, "8,441 कश्मीरी पंडितों में से 55 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।"चरार-ए-शरीफ में सवराधिक 82.74 फीसदी मतदान, जबकि सबसे कम 30 फीसदी मतदान सोपोर में दर्ज किया गया।

वहीं उरी में 79 फीसदी, राफियाबाद में 53 फीसदी, संगरामा में 56.15 फीसदी, बारामूला में 45 फीसदी, गुलमर्ग में 72 फीसदी, पाटन में 60 फीसदी, चंदूरा में 65 फीसदी, बडगाम में 70 फीसदी, बीरवाह में 74 फीसदी, खानसाहिब में 73 फीसदी, त्राल में 37.68 फीसदी, पंपोर में 46.48 फीसदी, पुलवामा में 38.31 फीसदी तथा राजपोरा में 47.07 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। 

तीसरे चरण का मतदान कश्मीर में चार दिन पहले हुए भीषण आतंकवादी हमलों के बाद हुआ, जिसमें आठ सैनिकों सहित 21 लोग मारे गए थे। तीसरे चरण के तहत 16 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ। राज्य में पांच चरणों में मतदान हो रहा है।कड़कड़ाती ठंड के बावजूद मंगलवार को मतदाता 16 निर्वाचन क्षेत्रों के लगभग सभी मतदान केंद्रों पर अपने प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए कतारबद्ध दिखे। जैसे-जैसे दिन चढ़ा और सूरज की रोशनी तीखी हुई मतदाताओं की संख्या बढ़ती गई। मतदाताओं में 717,049 पुरुष, 650,476 महिला, जबकि 23 तीसरे लिंग के हैं। अलगाववादियों ने मतदान से दूर रहने का आह्वान किया था, लेकिन इस आह्वान को नजरअंदाज करते हुए बड़गाम जिले के खानसाहिब निर्वाचन क्षेत्र के क्रमशोर गांव में उत्साहित मतदाता अपने प्रतिनिधि को चुनने के लिए मंगलवार को मतदान के लिए कतार में खड़े दिखे। 

इस मतदान केंद्र पर लगभग 1,100 मत थे। पहली बार मतदान करने वाले 150 से अधिक संख्या में पुरुष तथा महिला मतदाता सुबह-सुबह मतदान केंद्र के बाहर कतार में खड़े दिखे। क्रमशोर मतदान केंद्र पर एक मतदाता 42 वर्षीय मोहम्मद शफी ने आईएएनएस से कहा, "मैं केवल इसलिए मतदान करने आया हूं, ताकि मेरे पिछड़े और उपेक्षित गांव में कुछ बदलाव आ सके।"तीसरे चरण के मतदान में बारामूला, बड़गाम और पुलवामा जिलों में 13 लाख से अधिक मतदाताओं ने 1,781 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया और 138 उम्मीदवारों की किस्मत को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद कर दिया।मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, चौधरी ताज मोहिउद्दीन, गुलाम हसन मीर, अब्दुल रहीम राथर और जावेद अहमद डार इस चरण के मुख्य उम्मीदवार थे।

बारामूला जिले के उरी, संगरामा तथा गुलमर्ग निर्वाचन क्षेत्रों में मध्यम से तेज मतदान देखा गया, वहीं सोपोर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान में बेहद कमी देखी गई। बड़गाम जिले का बीरवाह निर्वाचन क्षेत्र जहां से उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ रहे हैं, वहां मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। त्राल निर्वाचन क्षेत्र के उच्च माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र पर शुरुआती दो घंटे के दौरान केवल 10 मतदाताओं ने ही मतदान किया था। राजपोरा, पुलवामा तथा पंपोर निर्वाचन क्षेत्रों में भी दिन चढ़ने के बाद खासा मतदान हुआ।इस बीच हालांकि हिंसा की छिटपुट घटनाएं भी हुई हैं। गुलमर्ग के खयपुरा पुलिस थाने पर एक ग्रेनेड हमला हुआ, लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पाटन निर्वाचन क्षेत्र के पलहालम कस्बे में युवाओं के एक समूह ने मतदान केंद्र पर पत्थर फेंककर मतदान में खलल डालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चला।राज्य में पांच दिसंबर को हुए आतंकवादी हमलों के बाद एतिहयातन शांतिपूर्ण और सुरक्षित मतदान के लिए जम्मू एवं कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 500 से अधिक कंपनियां तैनात की गई थी।