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दाखिले के नाम पर इंजीनियरिंग कॉलेज कर रहे मनमानी

5 दरिया न्यूज (प्रशांत प्रवीण कौशिक)

घरौण्डा 19-Jul-2013

हरियाणा के इंजीनियरिंग कॉलेजों में नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। राज्य सरकार की तकनीकी शिक्षा सोसाइटी की ओर से काउंसिलिंग होनेे के बावजूद कॉलेज प्रबंधन कमेटी के लोग विद्यार्थियों को दाखिला देने को तैयार नहीं है। हालात ये हैं कि कॉलेज प्रबंधन के लोग राज्य सरकार के अधिकारियों को भी इस मामले में ठेंगा दिखा रहे हैं। सोसाइटी के संयुक्त निदेशक के आदेशों के बावजूद कॉलेज प्रबंधन इस ओर से पूरी तरह लापरवाही बरत रहे हैं। मोटा पैसा लेकर तमाम नियमों को ताक पर रखकर प्रवेश दिया जा रहा। नियमानुसार काउंसिलिंग के मुताबिक प्रोविजनल सीट अलॉटमेंट पत्र पर उम्मीदवारों को प्रवेश दिया जाता है। करनाल के अलावा पानीपत, कुरुक्षेत्र समेत कई जिलों के उम्मीदवारों ने एंट्रेस टेस्ट के बाद इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की थी। इसके अनुसार उम्मीदवारों को अलग-अलग स्थानों पर प्रवेश लेने के लिए सीट अलॉट की गई। एंट्रेस के बाद सीट अलॉटमेंट का पत्र जारी किया जाता है, जो नेट से डाउनलोड किया जाता है। इसके अनुसार ही उम्मीदवारों को प्रवेश दिया जाता है। इन जिलों के कई विद्यार्थियों समेत 78 विद्यार्थियों को गुड़गांव के गांव सिलानी क्षेत्र के एक संस्थान में प्रवेश दिया जाना था। विद्यार्थियों के कॉलेज प्रबंधन से संपर्क करने पर उम्मीदवारों को कॉलेज बंद करने समेत कई झूठी जानकारियां देकर उन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं लेने के लिए रोका जा रहा है। ऐसे में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की दिक्कतें बढ़ गई। अब विद्यार्थियों को दूसरे कॉलेजों में भी प्रवेश नहीं दिया जा सकता है। विद्यार्थियों ने अमर उजाला को बताया कि कॉलेज प्रबंधन गलत हथकंडे अपनाने के चलते नियमानुसार प्रवेश पाने के हकदार विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दे रहे हैं। उन लोगों ने हरियाणा राज्य तकनीकी शिक्षा सोसाइटी के संयुक्त निदेशक केके धीमान से शिकायत की। संयुक्त निदेशक ने कॉलेज के रजिस्ट्रार के नाम पर इस संदर्भ में पत्र जारी कर दिया और इस पत्र की प्रति आवश्यक कार्रवाई के लिए दिल्ली एआईसीटीई के सदस्य सचिव, चंडीगढ़ स्थित एआईसीटीई के क्षेत्रिय निदेशक, रोहतक स्थित महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार समेत कई संबंधित विभाग के अधिकारियों को भेजी है। संयुक्त निदेशक कार्यालय से यह पत्र कॉलेज प्रबंधन को फैक्स और डाक से प्रेषित किया गया। इसके बावजूद कॉलेज प्रबंधन ने विद्यार्थियों को प्रवेश देना तो दूर उन्हें कॉलेज बंद करने की बात तक कह डाली।

शिकायत मिली है, कार्रवाई होगी

हां, ऐसा मामला सामने आया है। कुछ विद्यार्थी इस मामले संबंधी शिकायत लेकर उनसे मिले थे। विद्यार्थियों के पक्ष में कार्रवाई करते हुए उन्होंने कॉलेज रजिस्ट्रार को पत्र जारी किया था, लेकिन अब सुना जा रहा है कि कोई सकारात्मक रवैया कॉलेज प्रबंधन की ओर से नहीं अपनाया गया। नियमों के अनुसार, जो कार्रवाई आवश्यक होगी, कॉलेज के खिलाफ की जाएगी। इस मामले को दरकिनार नहीं किया जाएगा। केके धीमान, संयुक्त निदेशक, हरियाणा स्टेट टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी, पंचकूला