5 Dariya News

एशियाई खेल 2014 (हॉकी) : भारत 16 साल बाद एशियाई हॉकी का सिरमौर बना

5 दरिया न्यूज

इंचियोन (दक्षिण कोरिया) 02-Oct-2014

सरदार सिंह के नेतृत्व में भारत की पुरुष हॉकी टीम ने चिर प्रतिद्वंद्वी तथा मौजूदा चैम्पियन पाकिस्तान को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर गुरुवार को 17वें एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीत लिया। भारत ने इसके साथ ही रियो डी जेनेरियो में होने वाले 2016 के ओलम्पिक खेलों के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। भारत ने आठ बार की चैम्पियन पाकिस्तानी टीम पर पेनाल्टी शूटआउट के आधार पर 4-2 से जीत हासिल करते हुए 16 वर्ष बाद स्वर्ण जीता। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं। भारत ने तीसरी बार एशियाई खेलों में स्वर्ण जीता है। शियोनाक हॉकी स्टेडियम में खेले गए इस मैच का पहला गोल पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान सीनियर ने तीसरे मिनट में किया। यह एक उम्दा फील्ड गोल था। इसके बाद बराबरी का गोल करने के लिए भारत को अगले 24 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। उसके लिए बराबरी का गोल कोथाजीत सिंह ने 27वें मिनट में किया।

भारत की ओर से पेनाल्टी शूटआउट में आकाशदीप सिंह, रुपिंदर पाल सिंह, बिरेंदर लाकड़ा और धरमवीर सिंह ने गोल किए, जबकि पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद वकास और शफकत रसूल ही गोल कर सके। भारतीय गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने पाकिस्तान के दो हमलों को नाकाम किया।भारतीय पुरुष टीम इससे पहले बैंकॉक में 1966 में और 1998 में दोबारा बैंकॉक की मेजबानी में स्वर्ण पदक हासिल कर चुका है। 1966 में जहां भारतीय टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को मात दी थी, वहीं 1998 में उन्होंने दक्षिण कोरिया को हराया था।भारत को पाकिस्तान के बीच एशियाई खेलों का यह नौवां फाइनल मुकाबला था, जिसमें भारत को दूसरी बार जीत मिली है। भारत और पाकिस्तान इससे पहले 1990 में बीजिंग में हुए एशियाई खेलों के फाइनल में भिड़े थे, जिसमें पाकिस्तान को जीत मिली थी।हॉकी इंडिया (एचआई) ने भारतीय टीम को इस खिताबी जीत के लिए बधाई दी है। एचआई के महासचिव नरेंद्र बत्रा ने अपने बयान में टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह देश के गर्व की बात है और भारतीय हॉकी के महान दिन है। बत्रा ने कहा, "यह हमारे लिए महान क्षण है। यह भारतीय हॉकी के लिए बहुत बड़ा दिन है। हम इस मौके पर टीम से जुड़े हर एक शख्स को बधाई देते हैं। यह जीत निश्चित तौर पर हमें इस खेल को आगे ले जाने के लिए प्रेरित करेगी।"