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कैप्टन यादव की सातवीं जीत से बनेगा अनूठा रिकार्ड

हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी को नहीं मिली है 'लगातार सात जीत

5 दरिया न्यूज

रेवाड़ी 26-Sep-2014

हरियाणा विधानसभा चुनाव में कैप्टन अजय सिंह यादव एक बार फिर से चुनावी मैदान में है और इस बार उनकी यह जीत हरियाणा के लिए एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी। अभी तक हरियाणा में कोई भी उम्मीदवार एक ही विधानसभा क्षेत्र और एक ही पार्टी से लगातार सात विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाया है।वर्ष 1989 में रेवाड़ी से विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव जीतकर अपने राजनैतिक कैरियर की शुरूआत करने वाले कैप्टन यादव लगातार वर्ष 1991, 1996, 1999, 2005 व 2009 में हुए सभी विधानसभा चुनाव जीत चुके है। कैप्टन यादव अपना सातवां विधानसभा चुनाव जीतकर पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल (1967,1968, 1972,1986, 1991 व 2000) की बराबरी कर लेंगे, जिनके नाम सात विधानसभा चुनावों की जीत दर्ज है। हालांकि चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री तथा हरियाणा विकास पार्टी के संस्थापक रहे बंसीलाल को यह जीत लगातार हासिल नहीं हुई। बंसीलाल ने सात चुनाव अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र और अलग-अलग पार्टियों से जीते थे। 

हरियाणा में एक ही विधानसभा सीट से नौ चुनाव जीतने का रिकार्ड पूर्व मुख्यमंत्री व हरियाणा जनहित कांग्रेस के संस्थापक रहे भजनलाल (1968, 1972, 1977, 1982, 1991, 1996, 2000, 2005 व 2008) के नाम है। लेकिन उनकी भी यह जीत लगातार और एक ही पार्टी से नहीं रही। वे जनता पार्टी से भी विधायक रहे है। हालांकि वर्ष 1987 में कांग्रेस पार्टी की विषम परिस्थितियों में वे राज्यसभा के लिए नामित हो गये और बाद में लोकसभा के लिए चुन लिए गये। वे वर्ष 1977 व 2008 में जनता पार्टी व हरियाणा जनहित कांग्रेस से भी चुनाव जीत चुके है। सबसे ज्यादा विधानसभा चुनाव जीतने के मामले में पश्चिमी बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बासु सबसे आगे है, जिन्होंने कुल 11 चुनाव वर्ष 1952, 1957, 1962, 1967, 1969, 1971, 1977, 1982, 1987, 1991 व 1996 में जीते है। लेकिन उनका भी यह रिकार्ड एक ही विधानसभा क्षेत्र से नहीं रहा। उन्होंने अपने छह चुनाव बरानगर विधानसभा क्षेत्र से जीते जबकि इसके बाद सतगचिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। इस प्रकार, कैप्टन यादव की यह संभावित जीत हरियाणा के राजनैतिक इतिहास में दर्ज होगी। इसके साथ ही यह जीत उन्हें मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में भी खड़ा करती है। मौजूदा कांग्रेसी विधायकों में कोई भी ऐसा विधायक नहीं है, जोकि लगातार जीत के इस रिकार्ड की बराबरी कर सके।