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पंजाब सरकार द्वारा धान की पराली से तूड़ी बनाने वाली चार हजार मशीनें को-आपरेटिव सोसायटियों को सबसिडी पर दी जाएंगी-जत्थेदार तोता सिंह

धान की पराली को आग लगाने के कारण होते वातावरण प्रदूषण को रोकने के लिए बडा प्रयास

5 दरिया न्यूज

चंडीगढ 24-Sep-2014

पंजाब सरकार द्वारा धान की पराली को कु तर कर तूडी बनाने वाली चार हजार मशीनें को आपरेटिव सोसायटियों को सबसिडियों पर दे दी जाएगी जो किसानों को किराये पर मुहैया करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त सीधे तौर पर मशीने खरीदने के इच्छुक किसानों को भी इन मशीनों पर सबसिडी दी जाएगी। पंजाब सरकार द्वारा यह प्रयास पराली को आग लगाने के कारण पैदा होते वातावरण प्रदूषण को रोकने के लिए किया गया हैं।किसान भवन चंडीगढ में कृषि के औजार और मशीने बनाने उद्योगपतियों के साथ बुलाई बैठक की अध्यक्षता करते हुये पंजाब के कृषि मंत्री जत्थेदार तोता सिंह ने आहवान किया कि धान की पराली के कारण होते नुकसान को रोकने के लिए नई तकनीक की मशीनें पंजाब में ही बनाई जाए। जिससे जहां किसानों को लाभ होगा वही उद्योगपतियों को लाभ पहुचेंगा। कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल से शीघ्र ही पंजाब भर के औजार और  मशीनें वाले उद्योगपतियों की बैठक करवाई जाएगी। जिस में मौजूदा समय की जरूरतों अनुसार पंजाब में ही नई तकनीक की मशीनें खोज करने संबधी विचार किये जाएगें।उन्होने कहा कि पराली को आग लगाने से रोकने के लिए बनाये एक्ट को कठोरता से लागू तो ही किया जा सकता है यदि पराली को समाप्त करने का बदलावा प्रंबध किसानों को मुहैया करवाया जाए। इसलिए पंजाब सरकार ने पराली को बिना आग लगाए समाप्त करने के लिए पंजाब में ही बनाई गई कम कीमत वाली नई तकनीक की मशीनें सबसिडी पर किसानों को देने का फैसला किया हैं। उन्होने साथ ही बताया कि पंजाब सरकार द्वारा पहले ही कृषि के 44 औजारों पर सबसिडी पर मुहैया  करवाई जा रही हैं।

जत्थेदार तोता सिंह ने बताया कि धान की पराली को तूडी बनाने वाली मशीन , मशरूमों के लिए तूडी और पराली की गाठें बनाने वाली तीन प्रकार की मशीनों के लिए पंजाब सरकार द्वारा सबसिडी दी जाएगी। उन्होने साथ ही बताया कि पंजाब सरकार द्वारा जरूरत अनुसार बड़े गांवों के लिए सोसायटियों को एक से अधिक मशीने भी दी जाएगी। उन्होने साथ ही अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करते हुये कहा कि उद्योगपतियों द्वारा बनाई मशीनों की पूरी जांच और ट्रायल के बाद ही सबसिडी के लिए सूचीवद्ध किया जाए किया जाए। उन्होने साथ ही कहा कि इस कार्य में किसी से कोई भेदभाव ना किया जाए और सबसिडी के लिए मशीनों की सूची मेरिट अनुसार बनाई जाए।इस अवसर पर उन्होने कृषि के ओैजार बनाने वाले पंजाब के उद्योगपतियों द्वारा कृषि के मशीनी करण के लिए डाले योगदान की प्रशंसा करते हुये कहा कि कृषि के औजार /मशीनें बनाने वाले उद्योगपति किसानी की रीड की हडडी है जिनके द्वारा किये अथक प्रयासों के कारण ही पंजाब में ही कृषि के आधुनिक औजार /मशीनें किसानों को वाजिव मूल्यों पर मिल रहे है।

इस अवसर पर कराधान एवं आबकारी विभाग द्वारा कृषि के ओजारों पर एक्साईज डियूटी लगाने के लिए कुछ लोग उद्योगपतियों को जारी किये नोटिसों का मामला ध्यान में आने पर जत्थेदार तोता सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा इनकी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होनेे कहा कि यदि जरूरत पडी तो केन्द्र के पास भी पंजाब सरकार द्वारा इस मामले की पूरी पैरवी की जाएगी।इस अवसर पर वितायुक्त विकास श्री सुरेश कुमार ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा फसलों की कटाई के बाद संभाल और बिक्री समय होते घाटे को कम करने के लिए नई तकनीके विकसित करने पर बल दिया जा रहा हैं उन्होने कृषि के औजार बनाने वाले उद्योगपतियों को अपील की कि वह भी इस कार्य के लिए नई तकनीके खोजे । उन्होने साथ ही स्पष्ट किया कि पंजाब सरकार द्वारा औजारों /मशीनों पर सबसिडी देने के लिए किसानों के विचार लेने के बाद ही सूची तैयार की जाती हैं। इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त स. मंगल सिंह निदेशक कृषि विभाग,श्री बी आर कटारिया, संयुक्त निदेशक इंजीनियरिंग विंग के अतिरिक्त पंजाब भर से आये कृषि के औजार/मशीनें बनाने वाले प्रमुख उद्योगपति उपस्थित थे।