5 Dariya News

फिल्म समीक्षा"फाइंडिंग फैनी"

5 दरिया न्यूज (चन्द्रकांत शर्मा)

नई दिल्‍ली 12-Sep-2014

कलाकार: दीपिका पादुकोण, अर्जुन कपूर, नसीरूद्दीन शाह, पंकज कपूर, डिंपल कपाडिया

निर्माता: दिनेश विजान

निर्देशक: होमी अदजानिया

संगीत: मैथाइस डूपलेसे, सचिन—जिगर

फाइंडिंग फैनी एक इंग्लिश फिल्म है, जिसे हिन्दी में भी डब किया गया है परन्तु फिल्म देखते हुए डबिंग साफ झलकती है। अगर आप हिन्दी फिल्म देखने के शौकीन है तो यह फिल्म आपकी समझ से परे है। यह फिल्म एक खास मिजाज के लोगों की फिल्म है। वैसे फिल्म में नसीरूद्दीन शाह, पंकज कपूर व डिंपल कपाडिया जैसे पुराने मंझे हुए कलीकार तो हैं ही, साथ ही दीपिका व अर्जुन को भी उनके साथ अपना अभिनय दिखाने का पूरा मौका मिला है। फिल्म की लोकेशन अच्छी है तथा सिनेमेटोग्राफी गजब है।

कहानी : फिल्म की कहानी में मूल रूप से पांच मुख्य किरदार हैं, जिन्हें किसी न किसी चीज की तलाश है। दो विधवा हैं, सास रोजलिन (डिंपल कपाडिया) और बहू एंजी (दीपिका पादुकोण)। एंजी की शादी रोजलिन के बेटे गाबो (रणवीर सिंह) से होती है मगर वो शादी के 15 मिनट बाद ही भगवान को प्यारा हो जाता है। एंजी का बचपन का दोस्त सेवियो (अर्जुन कपूर) उससे प्यार करता है तथा अब वो दोबारा गांव में आ चुका है। कहानी में नया मोड़ तब आता है जब गांव का एक बूढ़ा पोस्ट मास्टर फर्डी (नसीरूद्दीन शाह) को एक चिट्ठी मिलती है, जो 46 साल पहले उसी ने ही अपनी प्रेमिका फैनी को लिखी थी। उस चिट्ठी को देखकर फर्डी में दोबारा से ​जीने की ललक व जोश पैदा हो जाता है। वह फैनी को ढूंढने की तैयारी करता है। वहीं गांव में एक रंगीन मिजाज मशहूर पेंटर डॉन पेड्रो आया है, जिसकी नजर रोजलिन पर टिकी है। वह रोजलिन की एक खास किस्म की पेंटिंग बनाना चाहता है। अब फर्डी को फैनी की तलाश करनी है, जिसमें उसकी मदद के लिए एंजी आगे आती है और एंजी की वजह से इस काम में रोजलिन व सेवियो भी जुट जाते है और बचे डॉन पेड्रो, तो वो भी रोजलिन के चक्कर में इस काम में जुट जाते हैं। ये पांचों फैनी की तलाश में निकल पड़ते हैं। फैनी की तलाश करते—करते इन पांचों को वो सब चीजें मिल जाती हैं, जिनकी इनको तलाश थी परन्तु क्या फैनी इनको मिल पाती है? यह जानने के लिए तो आपको सिनेमा का ही रूख करना होगा।

अभिनय : दीपिका पादुकोण व अर्जुन कपूर ने इन मंझे हुए कलाकारों के साथ अच्छा सामंजस्य स्थापित किया है। दोनों ने अपने—अपने किरदारों को शत प्रतिशत निभाया है। पंकज कपूर का मैदम बोलने का स्टाइल जबरदस्त है तथा रंगीन मिजाज पेंटर के किरदार में वो पूरी तरह से डूबे हुए नजर आते हैं। नसीरूद्दीन शाह पोस्टमास्टर फर्डी के किरदार में पूरी तरह से जमे हैं व डिंपल कपाडिया ने भी रोजलिन का किरदार बखूबी निभाया है।

डायरेक्शन : होमी अदजानिया ने बेहतरीन डायरेक्शन किया है।

संगीत : फिल्म का म्यूजिक कर्णप्रिय है। शेक यॉर बूटिया व ओ फैनी रे गाने पहले से श्रोताओं की जुबान पर सुने जा सकते हैं।

निष्कर्ष : यह फिल्म एक खास दर्शक वर्ग की फिल्म है। हिन्दी फिल्मों के शौकीन दर्शक अगर इस फिल्म को देखने जाएंगे तो उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी।