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डेंगू के प्रत्येक शक्की मरीज की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी जानी अनिवार्य- सुरजीत कुमार जिआणी

लोगों के घरों की होगी चैकिंग और घरों में खड़े पानी की सफाई ना करने वाले लोगों के काटे जाएगें चालान

5 दरिया न्यूज

चण्डीगढ़ 10-Sep-2014

पंजाब में डेंगू फैलाने वाले मच्छर को पैदा होने से रोकने के लिए हर विभाग को अपने जिम्मेवारी पूरी तनदेही से निभानी चाहिए। डेंगू के प्रत्येक शक्की केस की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग पंजाब को भेजनी यकीनी बनाई जाए। इस संबंधी निर्देश सुरजीत कुमार जिआणी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ,पंजाब ने आज पंजाब स्वास्थ्य कारपोरेशन के कार्यालय में स्टेट टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुये दिये। जिआणी ने कहा कि पंजाब में अब तक लगभग 2000 डेंगू के केस सामने आए है जिनमें से 1800 मरीजों को ईलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है और 200 मरीज उपचाराधीन हैं। उन्होने बताया कि पंजाब सरकार ने डेंगू के केसो संबधी पूरी पड़ताल करने के लिए एक रिव्यू कमेटी का गठन किया हे जिस के द्वारा डेंगू के असल केसों की पुष्टि की जाएगी और यदि कोई निजी अस्पताल डेंगू संबधी लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश करेगा तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों को पेैदा होने से रोकने के लिए मछली पालन विभाग के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये है इसके तहत मछली पालन विभाग द्वारा मच्छर का लारवा खाने वाली मछली की किस्म तैयार की जाएगी। जिआणी ने कहा कि डेंगू के 90 प्रतिशत केस शहरों में सामने आ रहे है इस लिए सभी विभागों को मिलकर डेंगू की रोकथाम और सफाई व डेंगू संबधी जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। उन्होने कहा कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर साफ खड़े पानी से पैदा होता है इसलिए घरों में कुलरों ,पानी की टंकियों,गमलों आदि की सफाई यकीनी बनाई जाए। उन्होने कहा कि संबधित विभाग के अधिकारी घरों में जाकर चैकिंग करनी यकीनी बनाने और जो लोग घरों मे खड़े पानी की सफाई में लापरवाही कर रहे है उनके चालान काटे जाए। उन्होने जल आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को पीने वाले पानी की पाईपों मे लिकेज रोकने के लिए कदम उठाने के लिए कहा।

जिआणी ने कहा कि पंजाब स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के टेस्ट मुफत करने के लिए 15 अस्पतालों में सैटीनल सरवाईलैंस स्थापित किया गया है। जिन अस्पतालों में यह सिस्टम स्थापित किया है उनमें जी एम सी अमृतसर, पटियाला, फरीदकोट, सिविल अस्पताल बठिंडा, फतेहगढ साहिब, फिरोजपुर, गुरदासपुर,होशियारपुर, जांलधर, कपूरथला,लुधियाना,मानसा,मोगा,संगरूर और एस ए एस नगर शमिल है। जिआणी ने बताया सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों को मच्छरो से बचाव के लिए मच्छरदानियां और सहायक ईलाज मुफत प्रदान किया जा रहा हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू के मरीजों के लिए बीस जिला स्तरीय अस्पतालों में ब्लड कम्पोनैंट सैपरेटर स्थापित किये गये है उन्होने कहा कि इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए जिन लोगों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है उनके घरों में और इर्दगिर्द कीटनाशको व लारवीसाइडस की सपरे की जा रही है। उन्होने बताया कि डेंगू के गंभीर मरीजों को प्लेटलैटस उपलब्ध करवाने के लिए सिविल अस्पताल अमृतसर,बठिंडा, जांलधर,लुधियाना,संगरूर और मोहाली में 6 एपरीसिस मशीनें स्थापित की गई है। इस अवसर पर संसदीय सचिव डा. नवजोत कौर सिद्दू, प्रमुख सचिव विन्नी महाजन, पीएचएससी के एम डी हुसन लाला, डायरैक्टर स्वास्थ्य डा. अशोक नैयर व डायरैक्टर परिवार कल्याण डा. करनजीत कौर उपस्थित थे।