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प्रदेश की छह पंचायत राज संस्थान राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित

5 दरिया न्यूज (विजयेन्दर शर्मा)

शिमला 17-Apr-2013

भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा पंचायत सशक्तिकरण एवं जवाबदेही प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत वर्ष 2012-13 के लिए जिला परिषद कुल्लू, पंचायत समिति कोटखाई, पंचायत समिति हमीरपुर, शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सारी तथा हमीरपुर जिले के विकास खण्ड नादौन की ग्राम पंचायत जसाई को सर्वश्रेष्ठ पंचायती राज संस्थान चयनित किया है। यह जानकारी आज यहां ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री अनिल शर्मा ने दी। 

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि वर्ष 2012-13 के लिए चयनित की गई सर्वश्रेष्ठ जिला परिषद कुल्लू को 40 लाख रुपये, पंचायत समिति कोटखाई को 20 लाख रुपये, पंचायत समिति हमीरपुर को 20 लाख रुपये, शिमला जिला के जुब्बल-कोटखाई विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सारी को पांच लाख रुपये तथा हमीरपुर जिला के नादौन विकास खण्ड की पंचायत जसाई को पांच लाख रुपये पुरस्कार के लिए चयनित किया है। 

उन्होंने कहा कि भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा गौरव ग्राम सभा योजना के अन्तर्गत जिला सोलन की ग्राम पंचायत हाटकोट को 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि पुरस्कार के लिए सर्वश्रेष्ठ ग्राम सभा चयनित किया है। उन्होंने कहा कि इन सभी पंचायती राज संस्थानों को 24 अप्रैल, 2013 को नई दिल्ली स्थित विज्ञापन भवन में राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। श्री अनिल शर्मा ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ पंचायतें चयनित होने पर प्रदेश का गौरव बढ़ा है तथा इन पंचायतों द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए प्रयासों के कारण पंचायतों में विकास कार्यों को भी गति मिली है। इन पंचायती राज संस्थानों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के दृष्टिगत यह पंचायतें अन्य के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनकर उभरी हैं। 

उन्होंने पुरस्कार के लिए चयनित पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों एवं लोगों को बधाई दी। भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रलाय द्वारा पंचायत सशक्तिकरण द्वारा जवाबदेही प्रोत्साहन योजना पंचायती राज संस्थाओं को क्रियाकलापों को पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने के लिए आरम्भ की गई है। योजना के तहत पंचायती राज संस्थाओं के तीनों स्तरों ग्राम पंचायत, पंचायत समिति तथा जिला परिषद के क्रियाकलापों कार्यनिष्पादन के महत्वपूर्ण पहलुओं, शक्तियों और दायित्वों के हस्तांतरण के लिए एक विशिष्ठ संकेतक आदि को चयन प्रक्रिया में अपनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इन पंचायतों के क्रियाकलापों जैसे की बैठकें कोरम और इनका नियमानुसार संचालन, पंचायत की समस्याओं, पंचायत के कार्य का अनुमोदन, पारित प्रस्ताव का अनुसरंण, स्थाई समितियों की बैठकों प्रशिक्षण कार्यक्रमों, कर्मचारियों की कार्य क्षमताओं  में वृद्धि, वार्षिक योजना का समय पर प्रस्तुतीकरण, आम लोगों में राज्य तथा केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं कार्यक्रमों के लिए आम लोगों को जागरूक करना इत्यादि महत्वपूर्ण पहलुओं को मद्देनजर रखकर पुरस्कृत किया गया है।