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हिमाचल के फरार विधायक रामकुमार ने किया सरेंडर

5 दरिया न्यूज (विजयेन्दर शर्मा / शशि किरण)

पंचकुला 08-Jan-2013

हत्या के मामले में कई हफ्तों से फरार हिमाचल प्रदेश के नवनिर्वाचित कांग्रेसी विधायक राम कुमार चौधरी ने मंगलवार को पंचकुला की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। हरियाणा सरकार ने इस फरार विधायक की सूचना देने वाले को दो लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। हरियाण पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक केके शर्मा ने बताया कि विधायक ने आज पंचकुला के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया। चौधरी को बाद में पंचकुला की एक अदालत में पेश किया गया जहां से चौधरी को छह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव चौधरी को हाल ही में दून विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल हुई है।गौरतलब है कि पंचकुला में 22 नवंबर को पंजाब के होशियारपुर की ज्योति नाम की लडकी मृत पाई गई थी और हरियाणा पुलिस इसी मामले में चौधरी की तलाश कर रही थी। लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में जख्म के कारण मौत होने की बात सामने आई और उसके मोबाइल फोन की जांच से पुलिस को चौधरी पर शक हुआ। लड़की के पिता बूटी राम ने हरियाणा पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में आरोप लगाया है कि चौधरी का उनकी बेटी से नजदीकी संबंध था और हत्या में उसकी भूमिका हो सकती है आरोपी 6 दिन के पुलिस रिमांड पर पंचकुला के बहुचर्चित ज्योति हत्याकांड मामले के 5 आरोपीयों में से एक मुख्य आरोपी हिमाचल परदेश के बद्दी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामकुमार चोधरी ने आज जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। सूचना मिलते ही पंचकुला पुलिस मोके पर पहुच गयी और अदालत से आरोपी का 10 दिन का पुलिस रिमांड माँगा लेकिन अदालत ने आरोपी का 6 दिन का पुलिस रिमांड मंजूर कर आरोपी को 6दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। चौधरी के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद जहाँ पंचकुला पुलिस बाकि आरोपियों को जल्द पकड़ने का दावा कर रही है वहीँ रामकुमार चोधरी के वकील अपने मुवक्किल को इनोसेंट बता रहे है। उनका साफ़ शब्दों में कहना है की वे नही चाहते थे की हरियाणा पुलिस द्वारा घोषित इनाम लेकर कोई इनकी सूचना पुलिस को दे इसलिए इनाम घोषित होते ही अपने मुवक्किल का कोर्ट में आत्मसमपर्ण करवा दिया। बता दें की इस मामले में अभी तक आरोपी जितने खिलाड़ी साबित हो रहे थे उतनी ही पंचकुला पुलिस अनाडी साबित हो रही थी । इस मामले में शुरू से ही पुलिस दुवारा की गई कई मोटी मोटी खामिया साफ़ नजर आती रही है । इनको लेकर लोग पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे है बता दें की पिछले 50दिन से होशियार पुर की ज्योति की हत्या का मामला पंचकुला पुलिस के लिए पहेली बना हुया था । इस मामले में पुलिस ने हिमाचल कांग्रेस के विधायक राम कुमार चोधरी सहित पांच लोगो के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने जैसी संगीन धाराओं के तहत का मामला दर्ज किया हुआ है । लेकिन डेढ़ महीना बीतने के बाद भी पंचकुला पुलिस कागज काले करने से आगे नहीं बढ़ पाई । और पंचकुला पुलिस ने अपनी अछिखासी फजीयत होती जनवरी को मुख्य आरोपी रामकुमार चोधरी का पता देने वाले को 2 लाख रूपये की राशी देने की घोषणा कर दी तो वहीँ बाकि आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम रख दिया। इससे पहले की पुलिस को रामकुमार का पता देकर कोई इनाम हासिल करता पुलिस के मंसूबों पर एक बार फिर से पानी फेरते हुए रामकुमार चोधरी ने जिला अदालत में समर्पण कर दिया। सूचना मिलते ही पंचकुला पुलिस मोके पर पहुच गयी और अपना पक्ष रखते हुए अदालत से आरोपी का 10दिन का पुलिस रिमांड माँगा । दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद माननीय न्यायधीश ने आरोपी का 6दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पंचकुला पुलिस के cia प्रभारी छतरसिंह का कहना है की आरोपी बद्दी के विधायक रामकुमार चौधरी ने जिलाअदालत में आज आत्मसमपर्ण कर दिया जिसके बाद शामिल तफ्तीश करने की इजाजत लेकर अदालत से आरोपी का रिमांड माँगा गया जिस पर फैंसला सुनते हुए माननीय न्यायधीश ने आरोपी का 6 दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया है। पुलिस ने मामला जांच का बता इससे ज्यादा कुछ भी बताने से साफ़ इनकार कर दिया। वहीँ ज्योति की हत्या के आरोपि बद्दी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामकुमार चौधरी के वकील एस सुखीजा ने अपने मुवक्किल को इनोसेंट बताया । उनका कहना था की वे नही चाहते थे की हरियाणा पुलिस द्वारा घोषित इनाम लेकर कोई इनकी सूचना पुलिस को दे इसलिए इनाम घोषित होते ही अपने मुवक्किल का कोर्ट में आत्मसमपर्ण करवा दिया वहीँ इसी दोरान अदालत में पहुंचे रामकुमार चोधरी के समर्थक मीडियाकर्मियों को धमकी देने व् मीडिया पर हमला करने से भी चूके । उधर देखा जाए तो मामले में शुरू से लेकर अब तक पुलिस की ही मोटी मोटी गलतिया साफ़ नजर आ रही है । जिनके चलते आरोपी तक़रीबन 50दिन तक आजाद रहे और पुलिस खाली हाथ । जानकारी के अनुसार वारदात के कुछ ही घंटे बाद पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सुराग लगे थे जिनके आधार पर पुलिस ने परमजीत और गुरमीत को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी । लेकिन इसे पुलिस की सच उगलवाने के नाकाबलियत कहे या फिर सबूत जुटाने की नाकामयाब कोशिश कि पुलिस ने इन दोनों को कुछ ही घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया । हालांकि ये ही दो लोग अब इस मामले के पांच आरोपियों में से है । वही बात यदि मामले में मुख्य आरोपी हिमाचल के कांग्रेसी विधायक राम कुमार चौधरी की करे तो शुरुआत में ही पुलिस राम कुमार चौधरी को किसी मेहमान की तरह पूछताछ में शामिल होने के लिए बुलावे भेजती रही जबकि राम कुमार चौधरी पुलिस को खुद आकर जांच में शामिल होने का लाली पाप देते रहे । इसके बाद पुलिस के पास राम कुमार चौधरी को दबोचने का सबसे सुनहरी मोका वो था जब उन्होंने चुनाव जीत कर अपने समर्थको के साथ सरेआम जश्न मनाया । लेकिन इस बार पंचकुला पुलिस हिमाचल पुलिस के कानून व्यवस्था के बहाने के चक्र में फंस कर अपना फर्ज नहीं निभा पाई । यानी कि हर बार राम कुमार चौधरी की गर्दन तक पहुंचने से पहले पुलिस के हाथो को लकवा मार गया। राम कुमार पर दबाव बनाने के लिए पुलिस ने शनिवार को उसके बड़े भाई हरभजन को राम कुमार की मदद करने और पुलिस से जानकारी छिपाने के आरोप में दबोचा मगर वो चंद घंटे बाद ही जिला अदालत से जमानत पर रिहा हो गया । हालांकि पुलिस की योजना हरभजन को रिमांड पर लेकर उससे राम कुमार के ठिकानों की जानकारी हासिल करने की थी और यदि ऐसा होता तो यक़ीनन राम कुमार पर सामने आने का दबाव भी बन जाता । लेकिन पंचकुला पुलिस यहाँ भी अनाडी ही निकली । यहाँ भी पुलिस ने हरभजन के खिलाफ ऐसी कोई धारा ही नहीं लगाईं थी जिससे हरभजन का रिमांड हासिल हो पाता । भले ही पंचकुला पुलिस से आँख मिचोली का खेल खेलने के बाद ज्योति के कत्ल के आरोपी रामकुमार चोधरी ने आज जिला अदलत में आत्मसमर्पण कर दिया है लेकिन पुलिस की ऐसी कार्यप्रणाली पर आज भी कई सवाल जरुर खड़े हो रहे है । या तो पुलिस जानबूझ कर ऐसा खेल खेलती रही या फिर पुलिस इस मामले में वास्तव में ही अनाडी है । बहरहाल देखना होगा की क्या पंचकुला पुलिस इस मामले में धूमिल हो रही अपनी भूमिका को पाक साफ़ साबित कर पाने के लिए बाकि के बचे ज्योति के कात्तिलो को कब तक दबोच पाती है।